भाई -बहिन का रिश्ता – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ‘नीर! यह तुम ठीक नहीं कर रहै हो बेटा,माना कि स्वाति तुम्हारी इकलौती बहिन है, मगर बेटा हमेशा अपनी चादर देखकर पॉंव पसारना चाहिए। उसकी शादी में पहले ही तुमने बहुत खर्चा कर दिया है,और अब राखी पर ये जड़ाऊ कंगन? बेटा हमने उसकी शादी अच्छे परिवार में की है, … Read more

काश ? – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : भारती भाभी के आंसू अभी भी रूकने का नाम नहीं लेते। दरअसल हुआ यों कि अभी तीन महीने पहले राजेन्द्र भाई का स्वर्गवास हो गया सदमे में इसलिए है कि वो बिल्कुल स्वस्थ थे कोई परेशानी नहीं थी ।                   राजेन्द्र भाई रोजमर्रा की तरह सुबह दस बजे तैयार होकर दुकान … Read more

पिंडदान – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सरिता को पंडितों ने बार-बार समझाया था कि माता-पिता का पिंडदान भाई ही करता है।सरिता ने जिद पकड़ ली थी कि उसे भी जाना है गया।भाई ने भी समझाया उसे” तेरा जाना जरूरी नहीं दीदी।बच्चों और पति को परेशानी हो जाएगी। तू घर से ही मां-पापा को अर्घ अर्पित कर … Read more

खुशी – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” सुनो सरला एक बहुत अच्छी खबर है !” जितेंद्र जी दरवाजे से ही चिल्लाते हुए बोले। ” अरे ऐसी क्या खबर है जो आपको अंदर आने का सब्र भी नही हो रहा ?” सरला जी रसोई से निकलते हुए बोली। ” अरे भाग्यवान बात ही ऐसी है ! अपनी … Read more

बेशर्म – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “ देखो इसको कैसे बेशर्म की तरह अभी भी इस घर में पड़ी हुई है… ये नहीं कि अब यहाँ से चली जाए… भगवान बचाएँ ऐसी बहू से।” कहने को तो अक्षरशः यही शब्द कहे थे जमना चाची ने सुकृति को और संजोग देखो वही शब्द आज उनकी बेटी के … Read more

एक पश्चाताप ऐसा भी – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : शुभम-“पापा, कल मेरे स्कूल में फंक्शन है। सबके पेरेंट्स आ रहे हैं। आप और मम्मी भी मेरा डांस देखने के लिए आना।”  पापा जिनका नाम नवीन था-“बेटा, तुम्हें तो पता है मैं नहीं आ सकता। मुझे बहुत सारे पेशेंट देखने है। मम्मी से कहना आने के लिए और यह क्या … Read more

कोशिशें बाकी हैं अभी…! – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “हेलो… हां बेटी कैसी है क्या खाना मिला आज हॉस्टल में ..!फिर नहीं खाया आज खाना बेटा ये तो गलत है ऐसे रोज रोज खाना नही खाओगी तो पढ़ाई कैसे कर पाओगी ….मीरा भाभी अपनी बेटी प्रीति से मोबाइल पर बात कर रही थी मम्मा एकदम गंदा खाना है यहां … Read more

बेटियां क्या सचमुच पराई होती हैं? –  शुभ्रा बैनर्जी  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बचपन से हर मां पर एक ही लांछन लगाया जाता है,परिवार के लोगों के द्वारा ,कि बेटे को ज्यादा प्यार करतीं हैं।श्यामा ने भी हंसकर यह लांछन लिया था अपने स्नेह पर।बेटी पापा की लाड़ली और बेटा मां का।अनचाहे ही मांएं पक्षपात करतीं हैं बेटे-बेटियों में,यह श्यामा स्वयं ही स्वीकार … Read more

पश्चाताप के कंगन –  गीता चौबे गूँज  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  ” अहा कितना सुंदर कंगन है! बाबा आप मेरे ब्याह में यही कंगन देना मुझे… दोगे न? ” मेले में कंगन को देख सोना का दिल मचल उठा। ” हाँ बेटी, जरूर दूँगा।” बेटी की सूरत देखकर ही तो हरिया जीता रहा अब तक। बहुत प्यार करता था सोना की … Read more

पश्चाताप की आग –  विभा गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  ” अरे-अरे..ज़रा देखिये तो…लगता है,बाहर कोई महिला बेहोश हो गई है…।”  ‘ संजिवनी केमिस्ट ‘ पर दवाइयाँ खरीदते हुए ग्राहकों में से एक ने कहा तो नम्रता ने पीछे मुड़कर देखा।शाॅप के बाहर लगी भीड़ को देखकर उत्सुकतावश वह एक हाथ में पर्स-दवा थामकर दूसरे हाथ से लोगों के बीच … Read more

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