हैं जवाब किसी के पास? – रोनिता कुंडु    : Moral Stories in Hindi

मम्मी जी! कल मेरे पापा आ रहे हैं, पिंकी की शादी का कार्ड देने, निहारिका ने अपनी सास सुलक्षणा जी से कहा  सुलक्षणा जी:  अच्छा, हां तुमने तो बताया था की पिंकी की शादी तय हो गई है, वैसे कब है शादी?  निहारिका:  10 मई  सुलक्षणा जी:  अच्छी खासी गर्मी होगी, भई मैं तो तभी … Read more

ना मां बड़ी ना ममता – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय   : Moral Stories in Hindi

2 साल पहले कोरोना में अमरकांत जी का निधन हो गया था। उसके बाद से उनकी पत्नी की लगभग अकेली ही थी। उनके तीन बेटे थे ,तीनों ही शादीशुदा ।परिवार लेकर अलग-अलग शहर में नौकरी कर रहे थे। जब तक अमरकांत जी जीवित थे तब तक रुक्मणी जी को कोई फर्क नहीं पड़ता था लेकिन … Read more

दिखावे की जिंदगी – मंजू ओमर  : Moral Stories in Hindi

मुझे तो अपने बेटे की शादी का रिसेप्शन उसी महंगे होटल से करना है जहां से मेरे भाई ने किया था एक ही तो बेटा है मेरा ,नीता जिद पर अड़ी हुई थी । मोहन जी उनके पति नीता को बहुत समझाने की कोशिश कर रहे थे पर वह सुन ही नहीं रही थी । … Read more

“खुदगर्ज औलाद” – कुमुद मोहन : Moral Stories in Hindi

रमेश जी को रात में सीने में दर्द हुआ,पसीना आया और दिल घबराया!सीमा अकेली समझ नहीं पा रही थी इतनी रात किसे जगाऊं,कहां जाऊं,किसे बुलाऊं? बदहवासी में पड़ोसी मित्रा जी का ही ध्यान आया!कांपते हाथों से फोन लगाया सीमा की घबराई आवाज सुन कर  मित्रा दंपत्ति फौरन चले आए उन्होंने देखा तो बताया “हार्ट अटैक … Read more

क्या सच मे हम इंसान है ? – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

नमन की नई नई नौकरी लगी थी सुबह सुबह जल्दी उठ उसने सफ़ेद कमीज और काली पेंट पहनी साथ मे काली टाई भी लगाई । माँ के दिये नाश्ते को करके वो जल्दी से बस स्टॉप की तरफ भागा।  ” शुक्र है बस निकली नही !” खुद से बोलता वो जल्दी से बस मे चढ़ा … Read more

मेरे अपने – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

लाजो सुबह जल्दी उठकर खेतों की तरफ़ चल उठी । मन ही मन सोच रही थी—- दस बजे तक हाथ चलवाकर , खुद साथ खड़ी होकर गेहूँ कटवाऊँगी  । जेठ- देवरों के सहारे जीवन कटने से रहा …..दो  साल हो गए… पूरी ज़मीन उन्हीं को सौंप रखी थी ये सोचकर कि बच्चे की पढ़ाई का … Read more

झिलमिल सितारों का आंगन होगा – पूनम भटनागर : Moral Stories in Hindi

short story in hindi

आज रेवा और सुकेश की शादी थी। दोनों का प्रेम विवाह था। पर दोनों तरफ के घर वाले भी रजामंद थे, इसलिए शादी बेहद धूमधाम से संपन्न हुई। दोनों 15दिन के लिए हनीमून पर इटली भी हो आए। दोनों अच्छी खासी फैमिली से थे, तो परिवार में पैसे की तंगी तो थी नहीं। और सुकेश … Read more

” स्वार्थी संसार ” – साधना वैष्णव : Moral Stories in Hindi

    एक बार एक व्यक्ति प्रतिदिन   की भांति अपनी फैक्ट्री जा रहा था, रास्ते में वह एक घर के पास पहुँचा ही था कि किसी बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। उसने आस-पास देखा कहीं कोई दिखाई नहीं दिया। जिस घर के पास बच्चे के रोने की आवाज आ रही थी, वह घर तो … Read more

रेत का घरौंदा (झूठे रिश्तों से मुक्ति) – डॉ कंचन शुक्ला : Moral Stories in Hindi

” मैंने तुमसे क्या कहा था ना, मीरा को बेवकूफ़ बनाकर शीशे में उतारना बहुत आसान है।तुम बेवज़ा डर रही थीं,अब मीरा  हमारे बच्चे को पालेगी और हम दोनों जीवन का आनंद उठाते रहेंगे”। मीरा जो पानी पीने के लिए रसोई में आई थी अपने पति की बात सुनकर स्तब्ध रह गई। ” हां तुम … Read more

स्वार्थी पड़ोसन – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

 दोस्तों आज मैं आपको एक बहुत ही मजेदार वाक्या सुनाने जा रही हूं। वैसे तो मैं उस समय बहुत परेशान हुई थी। पर अब सो कर बड़ा अजीब लगता है। तो हुआ यूं कि हमारे बिल्कुल सामने वाला घर बिल्कुल खाली पड़ा था। हमें लगता था कि वहां कोई रहने आ जाए तो रौनक हो … Read more

error: Content is Copyright protected !!