विलुप्त होते रिश्ते – शिप्पी नारंग : Moral stories in hindi

“लो वे आ गए सुरेश जी” चंद्र प्रकाश जी ने सामने देखते हुए कहा । सभी पांचो दोस्तों की नजर सामने पड़ी देखा एक हाथ में छड़ी और दूसरे हाथ से एक 10-12 वर्षीय बच्चे का हाथ पकड़े हुए सुरेश जी चले आ रहे थे । ये छह लोगों का एक ग्रुप था जो रोज … Read more

परिवार का साथ जरूरी है – लतिका श्रीवास्तव  : Moral stories in hindi

पीहू की पीर कौन समझेगा!! जान से ज्यादा प्यारा था उसे अपना कैरियर।हो भी क्यों ना बचपन से एक स्वप्न जो उसके दिल में दिमाग ने बुन लिया था वह आकार लेने को छटपटाता रहता था। और इतने बरसों की अथक मेहनत संघर्ष के बाद आज जब वह मौका आया कि वह विदेश में अपने … Read more

ख़िलाफ़ – संध्या सिन्हा   : Moral stories in hindi

जब किसी औरत का पति नहीं रहता तो वह दूध मे चीनी की तरह अपनी संतान की गृहस्थी में मिल जाती है। पर …यदि किसी पुरुष की पत्नी नही रहे तो वह अपने ही घर में अपनी ही संतान की गृहस्थी में दूध में मलाई की तरह हो जाता है । दूध का अंग होकर … Read more

बहू मुझे माफ़ कर दे… – रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

“ ये आपसे किसने कहा मामी जी कि मैं मम्मी जी का ध्यान नहीं रख सकती…. ज़रूर आपको कोई ग़लतफ़हमी हुई है… ये मेरी मम्मी जी है और इनके लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं किसी दूसरे को बताने की ज़रूरत नहीं है …ना ही मम्मी जी अकेली है ।”तृप्ति ने कमरे में घुसते … Read more

मैं भी तो किसी की बेटी हूं – निशा जैन : Moral stories in hindi

अरे रश्मि बेटा आज भी इतनी जल्दी उठ गई, आज तो रविवार है , आराम से उठ जाती। रोज़ तो पांच बजे उठती हो बच्चों के स्कूल की वजह से, रश्मि की सास आशा जी बोली मम्मी आपको और पापाजी को उठते ही चाय और गर्म पानी चाहिए इसलिए मैं उठ गई । आज सर्दी … Read more

खिलाफ़ – लक्ष्मी कानोडिया : Moral stories in hindi

युवराज, बेटा युवराज मैं जरा पड़ोस में जा रही हूं। अपने नए पड़ोसी आए हैं। अभी-अभी शिफ्ट हुए हैं। जाकर पूछती हूं कहीं उन्हें किसी चीज की जरूरत तो नहीं। मैं रसोई संभाल दी है पीछे से चौक वाली आएगी तो उस से बर्तन मंजवा लेना। घर का ध्यान रखना ठीक है। अपने युवा बेटे  … Read more

खिलाफ़ – गौरी शुक्ला : Moral stories in hindi

“अनु !! अनु !! ,”  रमाकांत जी घर आते ही चिल्लाए “क्या हुआ है क्यों इतने गुस्से में बुला रहे उसे? “रमाकांत जी की पत्नी रीमा देवी जी बोली। “कहां है तुम्हारी लाड़ली बुलाओ उसे “ “क्या हुआ पापा आपके बुलाया? ” (रमाकांत जी और रीमा देवी की बेटी अनु ने आते हुए पूछा ।) … Read more

नहले पर दहला  – संगीता अग्रवाल : Moral stories in hindi

मायके से बिछड़ने का दुख , नए घर परिवार को लेकर असमंजस और पिया के साथ की खुशी के मिलेजुले भाव लिए राधिका गाड़ी में चुपचाप बैठी थी कि तभी झटके से गाड़ी रोकी और ” नई बहु आ गई …नई बहु आ गई ” के शोर से राधिका समझ गई वो अपने नए घर … Read more

एक थी बुआ…. – हेमलता गुप्ता : Moral stories in hindi

बुआ… बताओ ना मेरे लिए क्या लाई हो..? जल्दी बताओ.. मैंने आपसे जो बैट बॉल की बोला था वह लेकर आई हो..?  7 साल का रोहन बुआ के आते ही उनका बैग खोलकर उसमें अपने लिए कुछ ढूंढने  लगा! बुआ जब भी घर आती.. रोहन बुआ को देखकर ऐसे ही मचल जाता और अपनी फरमाइश … Read more

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