कैसा ये इश्क है ( भाग – 8) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ” अरे बेटा तू ?” तभी उसके घर का दरवाजा खुला और उसके पापा बाहर आये । ” पापा आप कहाँ जा रहे हो इस वक़्त ?” उसने जल्दी से अपने दुपट्टे से आँसू पोंछे और मुस्कुरा कर बोली। ” कहीं नही बेटा बस मन बेचैन सा हो रहा था … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 7) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : वक़्त बीतता गया पर केशव को नौकरी नही मिली कही मिलती भी तो सैलरी कम होने के कारण केशव इंकार कर देता। हर दिन के साथ केशव का व्यवहार मीनाक्षी के प्रति खराब होता जा रहा था । मीनाक्षी केशव से प्यार करती महज इसलिए वो सब कुछ ठीक करने … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 6) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ” केशव तुमने कुछ खाया आज या गुस्से के कारण भूख भी उड़ गई तुम्हारी !” घर आकर केशव को कमरे मे लेटा देख मीनाक्षी बोली। ” तुमसे मतलब !” केशव उखड़े स्वर मे बोला। “” चलो ना कही घूमने चलते है !” मीनाक्षी घर वालों के होते बात नही … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 5) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : इधर मीनाक्षी की आँखों मे नींद नही थी आज के घटनाक्रम से वो सहमी सी हुई थी । अपनी तरफ से इतने दिनों मे मीनाक्षी ने पूरी कोशिश की के केशव और उसके बीच मे उसके पिता का पैसा ना आये पर आज लगता है उस पैसे ने उनके रिश्ते … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 4) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ” देखिये कैलाश जी हम बच्चो के जन्मदाता है भाग्यविधाता नही हमने अपने बच्चो को लायक़ बना दिया । अब उन दोनो ने एक दूसरे को पसंद किया है तो कुछ सोच समझकर ही ना । रही अमीरी की बात मेरे बच्चो को उसकी लत नही है वो आज भी … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 3) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : कुछ दिनों की कोशिश के बाद मीनाक्षी ने केशव की नौकरी अपने ऑफिस मे लगवा दी। केशव शुरु मे ये नौकरी करना नही चाहता था क्योकि उसे ऐसा लगता था एक ऑफिस मे नौकरी होने से कही दोनो मे दूरियां ना आ जाये या कही किसी मोड़ पर दोनो का … Read more

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