एक भूल …(भाग-10) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे ••••••• महारानी के समक्ष विकट परिस्थिति अट्टहास करने लगी। वह मौन हो गई और उनके नेत्रों से अश्रु झरने लगे। उनकी स्थिति देखकर महाराज भी द्रवित हो गये –  ” विश्वास करिये और हृदय की ऑखों से देखिये कि सन्दलपुर से अधिक प्रेम और सम्मान आपकी पुत्री को अन्य कहीं नहीं मिल पायेगा। … Read more

एक भूल …(भाग-9) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे ••••••••• देवकुमार का मौन ही सारे प्रश्नों का उत्तर होता। वह दुखी मन से इंकार में सिर हिला देते। महारानी भी इस मौन के प्रतिउत्तर में ठंडी आह भर कर स्वयं भी मौन धारण कर लेती। समय के साथ ही राजकुमारी के हृदय में भी राजकुमार का प्रेम बढता गया। राजकुमार मणिपुष्पक की … Read more

एक भूल …(भाग-8) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे ••••••••• राजकुमार के हठ से विवश होकर अब राजकुमार की वर्षगाॅठ पर न तो कोई उत्सव होता था और न ही किसी अतिथि का आगमन होता था जबकि महाराज देवकुमार प्रतिवर्ष आया करते थे लेकिन अब महारानी की मृत्यु के कारण सूने अन्त:पुर में उनके साथ महारानी यशोधरा और राजकुमारी मोहना का आगमन … Read more

एक भूल …(भाग-7) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे ••••••••• राजकुमार स्वस्थ होते जा रहे थे और उनके तन में पूर्व की तरह ही शक्ति का संचार होता जा रहा था परन्तु उनका वह देवोपम सौन्दर्य नष्ट हो गया था। स्वर्ण सा दमकता वर्ण आबनूसी हो गया था। फफोलों के कारण लगातार बन्द रहने के कारण एक नेत्र ज्योति हीन होकर अन्दर … Read more

एक भूल …(भाग-6) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे ••••••••• राजकुमार मणिपुष्पक की प्रत्येक वर्षगांठ पर कभी महाराज देवकुमार और महारानी यशोधरा के साथ तो कभी महाराज देवकुमार के साथ अकेले ही राजकुमारी मोहना सन्दलपुर आती रहीं। प्रणय, विवाह, संयोग, वियोग के सम्बन्ध में जानने की न दोनों की अवस्था थी और न ही बुद्धि लेकिन दोनों को ही एक दूसरे का … Read more

एक भूल …(भाग-5) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे •••••••••• राजकुमार मणिपुष्पक के आगमन से वर्षों से सूने पड़े राजमहल का कण कण मानों खिल उठा। आनन्द और प्रसन्नता की बयार बहने लगी। महारानी अनुराधा तो मानों पुत्र का मुख देखकर ही सॉसें लेती थीं। राजकुमार की बाल सुलभ क्रीड़ाओं और चेष्टाओं को देख-देख कर  महाराज और महारानी स्वयं को धन्य मानकर … Read more

एक भूल …(भाग -4) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे •••••• वह व्यक्ति थे संदलपुर के राज ज्योतिषी। राज ज्योतिषी के मुख मंडल पर चिन्ता और व्यथा की रेखायें गहरी होती जा रही थीं। सारे राग – रंग और उत्सवों से दूर वह अपने आवास में राजकुमार की कुण्डली बना रहे थे। ” क्या बात है स्वामी? आपको बहुत चिन्तित और व्यग्र देख … Read more

एक भूल …(भाग -3) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे •••••• पता नहीं किस ब्रत, उपवास, अनुष्ठान या यज्ञ का प्रभाव था या कुलदेवी का आशीर्वाद फलीभूत हुआ कि महाराज की आकांक्षाओं के कल्पतरु में ऋतुराज का आगमन हुआ। प्रजा के कामना – कानन में पुष्पों का सौरभ महकने लगा तथा महारानी के नेत्रों में भी मातृत्व का गौरव लहराने लगा। पूरे राज्य … Read more

एक भूल …(भाग -2) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे •••••• आज से करीब पॉच सौ वर्ष प्राचीन रामलला की इस मूर्ति का इतिहास यहॉ का बच्चा बच्चा अपने घर के बड़े – बुजुर्गों से इतनी अधिक बार सुन चुका है कि अगली पीढ़ी को इसका इतिहास विरासत के रूप में स्वत: ही सौंप देता है। वर्षो से यही क्रम चलता आ रहा … Read more

एक भूल …(भाग -1) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

” राम लला चोरी हो गये।” ” रात में कोई राम लला की मूर्ति चुरा ले गया ” सुबह सुबह हर व्यक्ति के मुॅह पर वही बात थी, जिसे देखो वही मन्दिर की ओर भागा जा रहा है। जिस मन्दिर के प्रांगण में इस समय मोहिनी छवि वाले मुस्कराते राम लला के श्रद्धालुओं की भीड़ … Read more

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