अपना घर अपना ही होता है – के कामेश्वरी   : Moral Stories in Hindi

घनश्याम जी के गुजर जाने के बाद उनके दोनों बेटों ने अपनी माँ को बाँट लिया था । सीता किसी के भी पास नहीं जाना चाहती थी । उसे लगता था कि मैं अपने ही घर में पति की यादों के सहारे जी सकती हूँ । अपना घर तो अपना ही होता है । लेकिन … Read more

मायके का मोह –  विभा गुप्ता   : Moral Stories in Hindi

    ” राजन..तुमने पापा से बात किया.. क्या कहा उन्होंने ..I know, मना नहीं करेंगे।”     ” रिया..माँ कह रहीं थी कि…।”    ” माँ को तो मैं मना लूँगी…अभी डैड को कह देती हूँ कि हम कल वहाँ शिफ़्ट कर रहें हैं..मैं सामान लेकर सुबह चली जाऊँगी और तुम ऑफ़िस से सीधे वहीं आ जाना।” कह कर … Read more

अपना घर अपना घर ही होता है। – मधु वशिष्ठ   : Moral Stories in Hindi

अपना घर अपना घर ही होता है। नीता मन ही मन यूं ही बड़बड़ा रही थी, लड़कियों का तो कोई घर ही नहीं होता मां कहती थी की ससुराल ही तुम्हारा घर है और यहां हाल देखो?  लगभग एक सप्ताह होने को आया, सासु मां की तबीयत ज्यादा खराब होने के कारण वह तो बिस्तर … Read more

अपना घर अपना ही होता है – हेमलता गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

मम्मी.. हम अपने घर कब चलेंगे..? अभी तो कल की शादी है और आप हमें तीन दिन पहले ही यहां ले आई ?क्या बात है बेटा.. क्या तुम्हारा शादी में मन नहीं लग रहा? देखो कितने सारे रिश्तेदार आए हुए हैं, ताऊ जी चाचा बुआ उनके बच्चे सब तुम्हारे बराबर है फिर भी अपने घर … Read more

अपना घर अपना होता है – खुशी   : Moral Stories in Hindi

रीता एक महत्वकांक्षी  लडकी थी । उसे  से बचपन से ही लोगों के बडे  घर आकर्षित करते थे । उसे बचपन से ही अपने मामा के घर का बडा भाता था जब वो  छुटिटयो मे वहा जाती तो वहा से उसका आने का मन ही ना करता । अपने घर आते  ही उसका मन खराब … Read more

*अंगना का फूल* – बालेश्वर गुप्ता   : Moral Stories in Hindi

  जगरु चाचा आज बेहद खुश थे, उनके पावँ जमीन पर पड़ ही नही रहे थे।अपनी खुशी का इजहार हर किसी को कैसे करे,उन्हें समझ नही आ रहा था।बस हर जानने वाले को रोक लेते और बताने लगते कि उनका मुन्ना आ रहा है, सुना तुमने मुन्ना यही आ रहा है,अब वो मेरे पास ही रहेगा।कहते … Read more

अपना घर अपना घर ही होता है – रिया जैन   : Moral Stories in Hindi

घर, सिर्फ एक भवन नहीं होता; यह वो जगह होती है जहां व्यक्ति खुद को सबसे सुरक्षित और स्नेहभरी भावना से घिरा पाता है। इसका वास्तविक मतलब तब समझ में आता है जब हम घर से दूर होते हैं। मेरा अनुभव भी कुछ ऐसा ही था जब मैं उच्च शिक्षा के लिए दूसरे शहर चली … Read more

अपना घर: एक सपना और उसकी हकीकत – आँचल शर्मा   : Moral Stories in Hindi

सिद्धार्थ ने हमेशा अपने जीवन में एक सपना देखा था—अपना घर। हर छोटे बड़े पल में, उसने अपने घर का एक सपना संजोया था। वह जानता था कि एक दिन उसका यह सपना पूरा होगा, लेकिन जब भी उसने इस सपने को वास्तविकता में बदलने की बात सोची, एक असहजता उसकी आत्मा को छू जाती … Read more

अपना घर तो अपना ही होता है – लक्ष्मी कानोडिया   : Moral Stories in Hindi

शिखा अपनी पांचो भाई बहनों में सबसे छोटी थी। पहले उसके दो बड़े भाई थे फिर वे तीन बहने थी।  शिखा अपने पांचो भाई बहनों में सबसे लाडली थी। शिखा का अपने भाई बहनों से उम्र में काफी अंतर था। इसलिए उसके सभी भाई बहनों की शादी पहले हो गई थी। शिखा के भाई बहन … Read more

अपना घर अपना ही होता है – तृप्ती देव   : Moral Stories in Hindi

गर्मियों की दोपहर थी। सूरज की किरणें तपती धरती को आग के गोले में बदल रही थीं। आंगन में बैठी सुमित्रा बाई के चेहरे पर पसीने की बूंदें चमक रही थीं, पर उनके चेहरे पर एक संतोष की मुस्कान थी। आज उनका बेटा, रवि, जो शहर में नौकरी करता है, कई महीनों बाद घर लौट … Read more

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