बस इतना सा ख्वाब है – नीरजा कृष्णा

Post View 288 आज मोहन के स्कूल में वादविवाद प्रतियोगिता आयोजित थी।सभी बच्चों को अपने अपने सपनों को बुनने और उन पर चर्चा करने के लिए मैदान उपलब्ध कराया गया था। प्रत्येक बच्चे को पांच मिनट के समय मेंअपने सपने…अपने ख्वाब में रंग भरने हैं ….अपनी कल्पना की कूची चलानी थी।   सबके बड़े बड़े … Continue reading बस इतना सा ख्वाब है – नीरजा कृष्णा