भाव समर्पण का -बालेश्वर गुप्ता । Moral stories in hindi

Post View 269,578   जीवन मे इतनी बेबसी तो परमानंद जी ने कभी झेली नही थी।एकलौता युवा बेटा अनुज जिंदगी मौत के  बीच झूल रहा था,और वे लाचार उसे देखकर चुपके से रोने के अलावा कुछ भी नही कर पा रहे थे।कोई राह भी नही सूझ रही थी।        अनुज की दोनो किडनी खराब हो चली थी।वह … Continue reading भाव समर्पण का -बालेश्वर गुप्ता । Moral stories in hindi