भगवान की लाठी में आवाज़ नहीं होती । – करुणा मालिक : Moral Stories in Hindi
Post View 187 अंकलजी , मकान की कोई टेंशन मत लो । कोई शिकायत नहीं होगी । अजी ! अपने मकान से भी बढ़िया रखेंगे । काग़ज़ी कार्यवाही की ज़रूरत ही नहीं, शीला बहन के ज़रिए ले रहा हूँ जी , अपना बेटा ही समझ लो बस । ये सारी चिकनी- चुपड़ी बातें देवांश जगमोहनसिंह … Continue reading भगवान की लाठी में आवाज़ नहीं होती । – करुणा मालिक : Moral Stories in Hindi
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