बेटा है तो क्या हुआ…- विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi
Post View 30,487 ” अरी जन्मजली…ये क्या अनर्थ कर दिया तुमने! अपने ही कोख जाये को सज़ा दिलवाते हुए तेरी जीभ नहीं जल गई…।” कोर्ट से बाहर निकलते हुए रामरति देवी ने अपनी बहू कलावती को दुत्कारा पर वह चुपचाप सुनती रही।वह तो एक ज़िन्दा लाश बन चुकी थी।यंत्रवत चलते हुए सबके साथ वह गाड़ी … Continue reading बेटा है तो क्या हुआ…- विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi
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