बेमेल (भाग 8) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi
Post View 891 .सुलोचना एक कुशल गृहिणी थी। पिछले कुछ वर्षों में पति ने घर चलाने के लिए जो पैसे दिए थे, उन्ही में से कुछ बचाकर इन्ही बूरे दिनों के लिए तो संचित किया था। संदूक निकालकर उसने विनयधर के आगे कर दिया। पत्नी की असली पहचान पति के विपत्ति के दिनों में होती … Continue reading बेमेल (भाग 8) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi
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