बेमेल (भाग 28) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi

Post View 492 मुखिया की बातों पर वहां खड़े हवेलीवाले असहज होते दिखे। जबकि हवेली के बाहर मौजुद गांववाले आज दूध का दूध, पानी का पानी करने को उतारू थे। “सच-सच बताओ, नहीं तो आज तुमदोनों यहाँ से जिंदा नहीं बचने वाले! बोलो, जो तुमने हम सबके सामने कहा था!!”- भीड़ से किसी ने मुस्टंडों … Continue reading बेमेल (भाग 28) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi