बारिश का इश्क (भाग – 2) – आरती झा आद्या: Moral stories in hindi
Post View 9,630 घर जाकर मैंने पीली साड़ी के लिए पूरा घर सिर पर उठा लिया। माँ के पास तीन चार पीले रंग की साड़ी थी, सब एक से बढ़कर एक। उस दिन मुझे एक भी साड़ी पसंद नहीं आई। “चल बाजर चल कर ही ले आते हैं साड़ी और गजरा भी ले लेना, सुंदर … Continue reading बारिश का इश्क (भाग – 2) – आरती झा आद्या: Moral stories in hindi
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