बडो़ं का साथ – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral stories in hindi

Post View 73,666   लीना ने उपरी तल्ले से झांककर देखा…आँगन में सासुमां घायल शेरनी की तरह बिफरी हुई थी। “अब भोरे-भोरे कौन सी आफत आ गई “भीतर से ताई जी  मिनमिनाई।  “जाकर देखूं क्या हुआ “! “पहले अपना हुलिया तो ठीक कर लो “लव करवट बदल खर्राटे भरने लगा। लीना  का ध्यान अपने आधुनिक नाइट … Continue reading बडो़ं का साथ – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral stories in hindi