Post View 607 अभी श्रावणी ने जवानी की दहलीज पर कदम रखा ही था कि किस्मत ने उसे बहुत बड़ा धक्का दिया। उस दिन उसका सोलहवां जन्मदिन था जिस उम्र में हर लड़की की उमंगें जवान होना शुरू जाती हैं, सपने पंख लगाकर उड़ने को बेताब होते हैं, चंचल और शोख मन उन सपनों के … Continue reading आत्मघात – नेहा शर्मा ‘नेह’
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