भाग्यहीन – सुनीता परसाई   : Moral Stories in Hindi

शुभ्रा जैसा नाम था, वैसी ही सुन्दर गोरी चिट्टी तीखे नैन नक्श वाली थी। दिनभर चाची के तानें सुनती रहती ।आँसू छिपाये काम करती रहती। जन्म के साथ ही माँ भगवान को प्यारी हो गई। शुभ्रा की माँ व चाची बड़े प्रेम से रहती थीं।मरते समय शुभ्रा की माँ चाची की गोद में शुभ्रा को … Read more

भाग्यहीन – अर्चना खंडेलवाल  : Moral Stories in Hindi

क्या कहा? इस बार भी बेटा हुआ है, बड़ी नसीब वाली है, हमारी मीना, जो इसके होने के बाद चार बेटे और हो गये, हमारा तो जीवन सफल हो गया, ईश्वर ने एक बेटी और चार बेटे दे दिए, अब तो हमारा कुनबा और बढ़ेगा, सुरेश नानाजी जी ने पूरे गांव में लड्डू बंटवाये और … Read more

डिगरी से समझ नहीं आती – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

सोनिया , बेटा कल शाम  कल्पना जी  और आशीष अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ सगाई की रस्म करने आ रहे हैं तो कल सवेरे राघव को स्कूल और संदीप जी के ऑफिस जाने के बाद इधर  ही आ जाना । और  उन्हें बता  देना कि शाम को सीधे यहीं आ जाए ।तू सुन रही है … Read more

भाग्यहीन – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“ रति याद है ना बेटा कल मंगलवार है मंदिर जाना है… जल्दी सो जा तभी तो जल्दी उठ कर सारा काम कर पाएंगे  तभी मंदिर जा सकते है नहीं तो देर हो जाएगी स्कूल जाने में … तू सुन रही है ना… आजा सोते हैं किताब बंद कर के लाइट ऑफ कर दें ।” … Read more

माँ बाप की दुआओं में भगवान के आशीर्वाद से भी बड़ी शक्ति है – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

श्याम सुंदर जी का बँगला शहर से दूर था आसपास कोई घर नहीं थे दूर दूर तक नज़रें घुमाओ तो कहीं एकाध घर दिखाई देता था । अपनी हिफ़ाज़त के लिए उन्होंने एक वाचमेन को रखा था । वे रेवेन्यू डिपार्टमेंट में अच्छे ओहदे पर थे । रोज सुबह वाकिंग करने जाते थे ऑफिस से … Read more

लता दीदी को सलूट है – नेकराम : Moral Stories in Hindi

रोज की तरह मैं नाइट शिफ्ट वाली ड्यूटी पर आकर खाली पड़ी चेयर पर बैठ गया रात होते होते मोहल्ले की सभी दुकानों के शटर धीरे-धीरे बंद होने शुरू हो चुके थे मौसम भी सर्द था इसलिए लोगों का आना-जाना भी बहुत कम था सामने ही मेंन रोड है जिस पर वाहनों का आना-जाना लगा … Read more

*भाग्य रेखा * – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

           ‌  ‘माँ !क्या मैं सचमुच भाग्यहीन हूँ? दादाजी, ताऊजी कोई भी मुझसे प्यार से बात नहीं करते। दादीजी, बुआ, ताई जी सब मुझे भाग्यहीन कहकर ही बुलाती है, जैसे यही मेरा नाम हो आपने कितना प्यारा नाम रखा है मेरा। मेरी भी इच्छा होती है ,कि सब मुझे मेरे नाम से बुलाए। मेरे पापा नहीं … Read more

*मोह- दुआ-तप* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

      कुछ भी करने में असमर्थ,अपने सामने होने वाली संभावित अनहोनी के असहनीय दुःख के अहसास करने को विवश,धर्मेंद्र जी-बस आंखों में पानी लिये घर मे ही निर्मित मंदिर में आंखे बंद किये बैठे रहते।उनकी पत्नी सुधा उन्हें ढाढस बधाने आती और खुद भी वही मंदिर में बैठ सिसकी भरने लगती।     अधिक समय थोड़े ही बीता … Read more

भाग्यहीन – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

चारों तरफ हाहाकार…रोने पीटने की आवाज़ें…हर कोई ग़म से सरोबार। विनय के मम्मी, पापा, भाई, बहन और रिश्तेदार सबका रो रोकर बुरा हाल था। लेकिन निधि, निधि तो जैसे पत्थर सी हो गई थी। विनय के शहीद होने की खबर सुनकर वो तो बस शून्य में ताक रही थी और कभी-कभी अपने मेंहदी लगे हाथों … Read more

बनारसिया – खेराज प्रजापत : Moral Stories in Hindi

बरसात की शाम थी,और हल्की हल्की बूंदाबांदी हो रही थी।व्योम अपने फ्लैट वाली बिल्डिंग के सबसे ऊपर छत पर विचलित बैठा था।उसके दिमाग मे उथल पुतल मची हुई थी।दूर से कही गाने की आवाज आ रही रही थी-आज मौसम बड़ा बईमान है,आने वाला कोई तूफान है,ओ आज मौसम,।।।।।।।।।। वाकई व्योम की जिंदगी में तूफान आने … Read more

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