Post View 175 नवीनचन्द्र जी ने अपने दोस्तों को चाय पर बुलाया था।पत्नी के गुज़र जाने के बाद उनकी रिटायर्ड लाइफ़ ऐसे ही गुज़र रही थी।कभी वे मित्रों के घर चले जाते तो कभी उन्हें ही अपने घर पर बुला लेते।बेटे-बहू उनका बहुत ख्याल भी रखते थें।इसीलिए जब उन्होंने मित्रों के आने की खबर अपनी … Continue reading ‘ अन्याय ‘ – विभा गुप्ता
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