अनुमति तिरस्कार की!! – लतिका श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Post View 147,915 कमली अभी तक यहीं खड़ी है कब से कह रही हूं जा तैयार हो जा …. विशाखा जी की तेज आवाज से बेअसर थी कमली ।जाने किस दुनिया में विचरण कर रही थी।चेहरा ऐसा लटका हुआ था मानो किसी ने सौ बुरी बाते सुनाई हों।सामने मां की निकाल कर रखी लाल ड्रेस … Continue reading अनुमति तिरस्कार की!! – लतिका श्रीवास्तव : Moral stories in hindi