अंध कूप – बालेश्वर गुप्ता : Moral stories in hindi
Post View 1,307 लाला धनीराम जी जैसा अनुशासन अपने प्रतिष्ठान में रखते थे,उतना ही अनुशासन परिवार संचालन में रखते।छोटी छोटी बातों पर भी निगाह रखना उनके स्वभाव में था।एक बार धनीराम जी के मित्र उनके केबिन में बैठे थे कि तभी एक मजदूर आया और बोला बाबूजी तबियत खराब लग रही है,एक दो घंटे आराम … Continue reading अंध कूप – बालेश्वर गुप्ता : Moral stories in hindi
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