आखिर खुशियों ने दस्तक दे ही दी – संगीता अग्रवाल 

Post View 1,372 वो खुशबू दार मोमबत्तियों की लडी और खिड़की से झांकती चाँद की रौशनी.. बहुत सुंदर इंतज़ाम किया था राघव ने सिया के लिए.. पर सिया कहीं ओर ही गुम थी… ” सिया.. क्या तुम मुझसे शादी करोगी!” घुटनों पर बैठ राघव ने सिया को गुलाब देते हुए कहा. ” राघव, जो लड़की … Continue reading आखिर खुशियों ने दस्तक दे ही दी – संगीता अग्रवाल