अहंकार कभी न करना – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Post View 65   ” अंकित..खबरदार जो मनु के खिलौने को हाथ लगाया..लंदन से इसके पापा ने मंगवाया है..।तुम भी अपने पापा से..अ.रे.रे..रे..तुम्हारे पास तो ढ़ंग के कपड़े भी नहीं है..खिलौने कहाँ से..।” कहते हुए रीना व्यंग्य-से हँसी और उसने अपने जेठानी के बेटे अंकित के हाथ से खिलौना छीन लिया।        रीना के ससुर दीनदयाल जी … Continue reading अहंकार कभी न करना – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi