अब मैं अपने ससुराल को दिल से अपना बनाऊंगी – निरंजन धुलेकर : Moral Stories in Hindi

Post View 4,015 शादी के लगभग डेढ़ साल बाद, सुमन जी की बहू, दिव्या, अपने मायके से लगातार फोन पर बात करती रहती थी। दिन में कई बार उसकी मायके से बातचीत होती। फोन कॉल्स के दौरान वह अपनी मां और घर के अन्य सदस्यों से अपने ससुराल के हर पहलू के बारे में बताती, … Continue reading अब मैं अपने ससुराल को दिल से अपना बनाऊंगी – निरंजन धुलेकर : Moral Stories in Hindi