अब अपमान सहन नहीं होता राजू के बापू – मीनाक्षी सिंह
Post View 52,603 गीता – माँ जी कितनी बार कहा हैँ आपसे ये रानी विक्टोरिया की तरह साड़ी जमीन पर लहराते हुए मत चला करो ,,अब आपके पति नहीं हैँ जो नई- नई साड़ी रोज लाकर दे आपको ! इतनी गंदी हो जाती हैँ ! कितना साबुन खर्च होता हैँ इसे धुलने में ! आपको … Continue reading अब अपमान सहन नहीं होता राजू के बापू – मीनाक्षी सिंह
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