आरोप – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

Post View 207 “ माँ ये पैसे सँभाल कर रख लो.. हाँ ध्यान रखना बेफिजूल ख़र्च ना करना और हाँ जरा छिपा कर अच्छे से रखना ।”महेश ने माँ रत्ना से धीरे से कहा और बैठक में अपने चाचा को देखने लगा जो चाय पीने में मशगूल थे  “ ठीक है बेटा ।” कह कर … Continue reading आरोप – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi