*आपसी सामंजस्य* – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Post View 447 सीताराम जी शिक्षक थे। उनकी पत्नी रौहिणी कुशल गृहिणी थी। उनका इकलौता बेटा मनीष सीधा साधा, संस्कारी और प्रतिभाशाली था। गाँव में हायर सेकण्डरी की पढाई की और प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुआ। आगे की पढ़ाई के लिए वह शहर में गया। वहाँ पर उसने बी.ई. की पढ़ाई की और एक प्राइवेट … Continue reading *आपसी सामंजस्य* – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi