आपके लिए ! – रमेश चंद्र शर्मा

Post View 190   विगत पंख लगाकर फुर्र  हो गया। गुजरे जमाने के सैड सॉन्ग की तरह कुछ स्मृतियां आज अचानक प्रत्यक्ष होने लगी। कॉलेज के दिनों की सीधी-सादी वंदना का चेहरा सामने आ गया ।किसी से बातचीत नहीं । लड़कों से तो बिल्कुल भी नहीं। इक्की दुक्की सहेलियां। सहज आकर्षण सौम्य चेहरा । सादगी … Continue reading आपके लिए ! – रमेश चंद्र शर्मा