मेरे जीवनसाथी – चंचल जैन : Moral Stories in Hindi

New Project 34

दोनों परिवार एक दुसरे से अनजान थे। अमित और अनिशा, दोनों सोशल मिडिया पर एक दुसरे से मिले थे। अनिशा मुंबई में रहती थी। अमित भी मुंबई में ही रहता था,  लेकिन आजकल वह कंपनी के काम के लिए हैदराबाद गया हुआ था। आज होली मनाने अपने घर मुंबई आया था। अमित को परिवार के … Read more

हमारे खानदान में लेने देने की जगह रिश्तों में प्रेम और अपनापन हो इस पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है – ऋतु यादव : Moral Stories in Hindi

New Project 36

आज कलाकृति जी की बहू सच्शमिता, अपने भाई की शादी के बाद मायके से आई है। कलाकृति जी आते ही पोते को गोद में लेते हुए बोली, हाय!! एकांश मेरा लाडला, मेरा तो बिल्कुल मन नहीं लग रहा था तेरे बिना। एकांश भी अपनी तोतली आवाज़ में बोला दादी मुझे भी आपकी बहुत याद आई। … Read more

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