मां तुम बेस्ट हो!! – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

New Project 39

क्या मां आज नारियल वाली चटनी एकदम खराब बनाई थी आपने …..अपनी सहेलियों के जाते ही मोना मां के ऊपर खीज पड़ी और ये इतनी मुसी मुसी सी साड़ी आपकी..!! जानती हो मेरी सहेली नीरा कह रही थी कि तुम्हारी मां से ज्यादा ढंग से तो  मेड रहती हैं…..! मां खामोश थी..उसकी आंखें पनियाली हो … Read more

दिन में तारे दिखाई देना – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

New Project 40

मातृ-दिवस के अवसर पर साहिल की आँखों से झर-झर आँसू गिर रहें हैं। साहिल अपने माता-पिता की तस्वीर को सीने से लगाए कोरोना महामारी की भयावह त्रासदी को याद कर रहा है। पूरे विश्व में अप्रत्याशित रुप से कोरोना महामारी फैल चुकी थी।विश्व  भर में इस तरह की महामारी के बारे में कोई आशंका नहीं … Read more

सोच से लड़ाई – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

New Project 38

“ मनीष बीस साल होने जा रहे है हमारी शादी को…ज़रूरी है माँ को गड़े मुर्दे उखाड़ना….पहली बार में ही मैं समझ गई थी कि बड़ी भाभी से माँ की बहुत बनती है…आपके पिताजी के देहान्त के बाद बड़े भैया भाभी ने पूरे घर को बहुत अच्छे से सँभाल लिया…अपने से छोटे दोनों भाई बहन … Read more

गड़े मुर्दें उखाड़ना – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

New Project 36

उमेश जी और विनीता जी पति-पत्नी में माँ को लेकर एक बार फिर  से लड़ाई हो रही है। उमेश जी -” विनीता! माँ की तबीयत खराब  है।मैं कल माँ को लेने  गाँव जा रहा हूँ।” विनीता जी तमकते हुए-” देखो जी!अब मैं भी कोई  नई-नवेली दुल्हन  नहीं रही कि आपकी और आपकी माँ की कटु … Read more

गड़े मुर्दे उखाड़ना – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

New Project 37

स्वाति स्कूल से आकर अभी फ्रेश भी नहीं हुई थी कि वाचमेन ने आकर बताया कि जल्दी चलिए साहब गिर गए हैं । वह फिर से चप्पल पहनकर उल्टे पाँव भाग कर उस जगह पर पहुँची जहाँ उसका पति शराब के नशे में धुत्त होकर गाड़ी से नीचे गिर गया था । वाचमेन की सहायता … Read more

गडे मुर्दे उखाड़ना – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 34

भैया… मैं और रजनी सोच रहे है प्रिया के ससुराल वालों को सगाई में हम लिफाफे की जगह क्यों ना चांदी के सिक्के देदे, आपकी क्या राय है ?..और हां.. सोच रहे हैं शादी में भी खाना बनाने वाले हम बाहर से बुला ले! हां हां.. रविंद्र.. क्यों नहीं.. आखिर  10 साल बाद घर में … Read more

खुशनुमा बयार – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 35

मानसी-मानसी, खुश खबरी, कल पापा हमारे पास आ रहे है,तीन दिन रहेंगे।ओह, पापा, आपने हमे माफ कर दिया,इससे बढ़कर हमारे लिये कुछ भी नही। क्यों, राजेश क्या अब मेरी बिरादरी बदल गयी है जो दो वर्ष पहले मुझे ताना देकर सुनाई गई थी,या अब अपने बेटे से कुछ जरूरत आन पड़ी है? ये कैसा रिएक्शन … Read more

गुस्सा पी जाना – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 04 29T211239.414

रंजना जी ने अपनी दोनों संतानों को उच्च शिक्षा दिलवाई। उन्होंने बेटी और बेटा दोनों की समान परवरिश की। पढ़ाई के बाद जब उनकी बेटी नमिता ने  शादी मेट्रोमोनियल से एक लड़के को चुना ,तो उनलोगों ने लड़के तथा उसके परिवार से मिलने के बाद शादी करने की स्वीकृति दे दी। रंजना दम्पत्ति तथा उनकी … Read more

हम साथ साथ – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 04 29T215107.227

“ कब तक यूँ ही चुपचाप ग़ुस्सा पीते रहोगे…. माना रिश्ता बना कर रहना चाहिए पर ये कैसा व्यवहार है कि बिना गलती तुम सब बर्दाश्त करते रहते हो ।”निकिता अपने पति मयंक को समझाते हुए बोली  “ निकिता पाँच साल से मेरे साथ हो ना….फिर भी तुम्हें समझ नहीं आया मैं क्यों सब कुछ … Read more

भ्रम जाल – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 04 29T105042.754

माँ ओ माँ, देख तेरा लाडला क्या गुल खिला रहा है,पता नही कैसे मैं खून के घूंट पीकर आया हूँ?कैसे अपने को रोका है अरे बात तो बता,क्या पहाड़ टूट पड़ा है?अनुज ने ऐसा क्या कर दिया है? पूछ रही हो क्या कर दिया है?ये पूछो क्या नही कर दिया है? विक्रम क्यों पहेली सी … Read more

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