*पिता से छल* – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

 रामदीन और केशव पक्के दोस्त थे। ये बचपन के दोस्त आज लगभग ७० की उम्र के हो गए थे। दोनों खेती किसानी करते और अपने परिवार का भरण पोषण करते। समय आने पर एक दूसरे की मदद करते। दोनों का जीवन एक दूसरे के लिए एक खुली किताब की तरह था। कोई छल बंद नहीं। … Read more

औकात भूलना – प्राची लेखिका : Moral Stories in Hindi

शहर की धनाड्य महिलाओं में शामिल लक्ष्मी जी के इकलौते बेटे मेहुल का विवाह है। डेस्टिनेशन वेडिंग हो रही है। सारे कार्यक्रमों के लिए रिसोर्ट बुक हो चुके हैं। अमीर रिश्तेदारों को न्यौते भेजे जा चुके हैं। आम मिलने झुलने वाले और साधारण रिश्तेदारों के लिए अपने ही शहर में एक साधारण भोज का इंतजाम … Read more

धोखा… अपने ही देते है धोखा….ग़ैरों में कहाँ दम है! – संध्या सिन्हा : Moral Stories in Hindi

” चाचा उस प्लाट के पेपर होंगे आपके पास, दे दीजिए प्लीज़ हमें।” ” कौन से पेपर और कौन सा प्लाट???” ” अरे! वही प्लाट और पेपर, जो पापा ने आपके कहने पर ख़रीदा था।” ” अरे! वह तो’ भू-माफ़ियों के क़ब्ज़े में है।” ” कैसे और कब ???चाचा आपने बताया नहीं कभी।” “ क्या … Read more

* एक ठोकर * – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

   पूनम बहुत ही सुन्दर और समझदार लड़की थी, संकोची स्वभाव की, बहुत कम बोलती थी। उसके पिता का एक रोड़ एक्सीडेंट में निधन हो गया था, और माँ बसंती कुछ घरों में झाड़ू, पौछा और बरतन का काम करती और अपनी बेटी को पढ़ा रही थी। वह सेठ धनीराम के यहाँ भी काम करती थी … Read more

सपनों का सौदागर – किरण केशरे : Moral Stories in Hindi

नही कुणाल तुम मेरे घर मत आया करो, तुम्हें अगर नोट्स चाहिए तो रोज क्लास अटेंड करो; मौली ने सपाट संयत स्वर में कुणाल से कहा दोनो केंटीन मे बैठे थे ; अरे इतना क्यों घबराती हो यार कह देना क्लास फ्रेण्ड है नोट्स लेने आता है, कुणाल ने मौली को कहा और मुस्कुराने लगा … Read more

ऑनलाइन ठगी का शिकार होने से बचें। – प्राची_लेखिका : Moral Stories in Hindi

शिल्पी बच्चों की कपड़ों की अलमारी करीने से लगाने की कोशिश करती है लेकिन हाल वही ‘ढाक के तीन पात’। बच्चे रात दिन ऑनलाइन शॉपिंग करते। सभी अलमारियों में कपड़े ठुसे रहते। जहां देखो वहां कपड़ों का ढेर लगा रहता। जूते चप्पल, गैजेट्स चारों तरफ बिखरे पड़े रहते। उसका तो सारे दिन पार्सल लेने का … Read more

होश आ गया – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 रीना… आज रात 11:00 बजे तुम अपना बैग जमा कर तैयार रखना और सीधे होटल आयत में पहुंचना, मैं तुम्हारा वही इंतजार करूंगा! उसके बाद हम दोनों यहां से बहुत दूर एक ऐसी दुनिया में चले जाएंगे जहां कोई हमें नहीं पहचानेगा!  हमसे कोई सवाल करेगा! हमारी खुद की अपनी प्यारी सी दुनिया होगी! बस … Read more

झाँसे में आना – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

रमणजी बहुत ही सीधे-सादे इंसान हैं।कुछ दिन पूर्व ही वे जीवन बीमा निगम से अवकाशप्राप्त हुए हैं।उनके बच्चे अच्छी जगह सेटल हैं, इस कारण पिता के पैसों पर उनकी गिद्ध नजर नहीं है।एक दिन रमण जी अपने दोस्त से मिलने जाते हैं।वहाँ उनकी भेंट एक एजेंट से होती है।उस एजेंट ने उनके दोस्त का पैसा … Read more

कुछ करने की चाह – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

आरव बहुत कश्मकश में था । इसलिए शाम को जैसे ही जय ऑफ़िस से आया तो आरव पानी का गिलास लेकर गया और अपने पापा के पास बैठ गया । क्या बात है आरव कुछ कहना है …… हाँ जी , पापा इस साल मुझे इंटर्न शिप करनी है । तो आप मुझे बता दीजिए … Read more

दिल पर चोट – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

 सुखिया और उसका पुत्र दीनू रजनीश बाबू के यहाँ काम करते थे। सुखिया को इस घर पर काम करते हुए लगभग बीस साल हो गए थे। रजनीश बाबू के दो बेटे थे, जिनकी शादी हो गई थी। सुखिया सुबह ठीक आठ बजे आ जाती थी,और रात को आठ बजे घर जाती थी, जब दीनू छोटा … Read more

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