जिम्मेदार कौन – श्वेता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 58

रिद्धि आज स्कूल से आई तो बहुत उदास और गुमसुम सी थी। न तो रोज की तरह आते ही मम्मी भूख लगी है का शोर मचाया और न ही मम्मी के गले मे बाहें डालकर झूमी। चुपचाप स्कूल ड्रेस चेंज कर खाना खाने लगी। न कोई उठापटक, न कोई शोर-शराबा। रोज जिसकी बातें खत्म होने … Read more

स्वस्थ जीवन शैली का महत्व – डॉ हरदीप कौर : Moral Stories in Hindi

New Project 55

प्रिया हमेशा बीमार रहती थी,जिसकी वजह से वह नियमित रूप से विद्यालय नहीं जा पाती थी। एक दिन प्रिया की कक्षा अध्यापिका उसके घर पहुंची तो घर का दृश्य देखकर चौंक उठी।                 घर बहुत ही साफ-सुथरा, सुंदर, हवादार और रोशनी से भरपूर था। अध्यापिका हैरान थी कि ऐसे घर में रहते हुए भी प्रिया बीमार … Read more

*उलझन* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 95

      अरे रमेश इतने दिन बाद दिखाई दिये हो,कहाँ थे?        सुरेश तुम,वास्तव में भाई काफी दिनों में मुलाकात हुई है।असल  मे भाई मैं बेटे के पास  विदेश चला गया था।इसी कारण मुलाकात नही हो पायी थी।खैर अब मिलते रहेंगे।        रमेश और सुरेश बचपन के मित्र थे।रमेश के एक बेटा था जो अमेरिका में जॉब कर रहा … Read more

माँ का प्यार – संजय निगम : Moral Stories in Hindi

New Project 84

“सुबह का समय था। सूरज की हल्की किरणें खिड़की से अंदर झांक रही थीं। माँ अपने छोटे बेटे को निहारते हुए मुस्कुरा रही थी। बेटा, जो शायद अभी-अभी चलना सीख रहा था, छोटे-छोटे कदमों से कमरे के एक कोने से दूसरे कोने तक जा रहा था। उसके पैरों की थोड़ी लड़खड़ाहट और संतुलन बनाने की … Read more

अच्छे दिन भी आएँगे – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 43

  ” माँ..कहाँ हैं आप?” घर में घुसते ही स्नेहा ने चहकते हुए अपनी माँ को आवाज़ लगाई।        ” मैं यहाँ हूँ स्नेहा…पर तू अचानक इस समय…” सुनयना की बात अधूरी रह गई क्योंकि स्नेहा ने उनके मुँह में मोतीचूर के लड्डू डाल दिये थे।      ” बधाई हो माँ..तुम्हारा लाडला अब डाॅक्टर बन गया है।#गाढ़े दिनों … Read more

शुरुआत – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

New Project 48

   राज्य स्तरीय बैडमिंटन खिलाड़ी रह चुकी तृषा ….शादी के 30 वर्षों के बाद घर के सामने बच्चों को बैडमिंटन खेलते देख रही थी …!  बैडमिंटन और खेल देखते ही मन में उत्साह और खेलने की ललक जाग उठी…।          साड़ी का पल्लू बगल में दबाए पहुंच गई बच्चों के बीच….. एक बार मुझे भी बैडमिंटन खेलने … Read more

विपत्ति में साथ देना – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

New Project 60

समधी जी आप शादी मत तोडना मैं बहुत बड़ी मुसीबत  फंस गया हूं।बारात वापस चली गई तो बेटी की बहुत बदनामी हो जाएगी ।मैं धीरे धीरे सब भरपाई कर दूंगा विनोद जी ने समधी सुभाष जी के पांव पकड़ लिए । अरे अरे विनोद जी ये आप क्या कह रहे हैं सबकुछ ठीक तो है … Read more

भोज – अमोघ अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 59

“श्राद्ध ख़त्म होने वाले हैं, नवरात्रि लगने वाली है।” खुद से ही बात करती बूढ़ी गंगूबाई बिस्तर पर बैठ कर बड़बड़ा रही थी। तभी पोती पीहू आकर गंगूबाई के पास आकर बैठ गई। बोली “दादी क्या हुआ?” “कुछ नहीं, जाकर अपनी मां को बुला ला।” पीहू दौड़कर पुष्पा को बुला लाई। “अरी ओ पुष्पा, कुछ … Read more

*इंतजार* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 41

       पता नही यह सज्जू कितनी देर में आयेगा।प्यास के मारे गला और होंठ सूखे जा रहे हैं।भगवान अपने पास भी तो नही बुला रहा।         पलंग पर पड़े पड़े ओमप्रकाश जी,अपने नौकर सज्जू पर खीझ रहे थे,उसे बाजार भेजा था,आ जाना चाहिये था,पर काफी देर हो गयी थी,आया नही।उन्हें जोर से प्यास लगी थी,पर पानी देने … Read more

” गाढ़े दिनों मे रिश्तेदार सबसे पहले मुंह मोड़ते है ।” – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 44

” मम्मी कल मेरी कॉलेज की फीस जमा करने का आखिरी दिन है फीस नही जमा हुई तो अंतिम वर्ष की परीक्षा नही दे पाऊंगा मैं !” नीलेश ने रुआँसा हो कहा। ” बेटा बहुत कोशिश की मैने पर अभी रुपयों का इंतज़ाम नही हुआ तेरे पापा के इन्शोरेंस के पैसे भी अभी नही आये … Read more

error: Content is Copyright protected !!