रिश्तों में बढ़ती दूरियां – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

New Project 36

आज मेरा मेरे पति समीर और मम्मी जीके बीच का रिश्ता त्रिकोण के तीसरे कोण की तरह हो गया है… एक छत के नीचे रहकर भी अजनबी से हो गए हैं एक दूसरे के लिए… दोनो बच्चे कौस्तुभ और काव्या अपनी जिंदगी और कैरियर में  लगभग दोनो में सेट हो गए हैं… थोड़ा वक्त और…समीर … Read more

रिश्तों में दूरियां – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

New Project 40

कितने अरमानों से नीलिमा बहू को घर लाई थी । कितने अरमान संजोए थे बहू के , बहुत प्यार से रखूंगी , ऐसा कुछ नहीं होने दूंगी जैसा अन्य घरों में सुनाई देता है सास ने  ये कहा तो बहू ने ये जवाब दिया फिर तू-तू मैं-मैं। नहीं नहीं मैं ऐसा कुछ नहीं होने दूंगी।काहे … Read more

संकोच की बेड़ियां – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

New Project 55

सुदीप्ता घर की छोटी बेटी थी। मम्मी-पापा और दो साल बड़ा एक भाई थे परिवार में।पिता ने कड़ी मेहनत से कस्बे में अपना व्यवसाय स्थापित किया था,जिसमें अब सुदीप्ता के भाई(आशीष)भी अपना योगदान दे रहे थे। सुदीप्ता पढ़ने में शुरू से होशियार थी।परिवार की  किसी भी बेटी को बाहर पढ़ने नहीं भेजा गया था। सुदीप्ता … Read more

महकते रिश्ते – श्वेता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 60

रूप और गुण की खान थी नीति, जो भी उससे मिलता उसकी प्रशंसा किये बिना नहीं रह पाता| उसके इन्हीं गुणों पर रीझ कर प्रियांशु ने उसे अपनी जीवन-संगिनी के रूप में चुना था| लेकिन, नीति के यही गुण उसकी सास शीला के गले में फांस की तरह चुभ रहे थे| उनको ये बात बिलकुल … Read more

पैसे का गुरुर – कमलेश आहूजा : Moral Stories in Hindi

New Project 56

“हेलो शुभी आज ऋचा दीदी का फ़ोन आया था वो लोग यहाँ आए हुए हैं। शाम को अपने घर आएंगे। नाश्ते की तैयारी करके रखना। इसलिए तुम्हें फोन किया।” रोहन अनमने मन से बोला  “ठीक है जी।” कहकर शुभी ने फोन रख दिया।  ऋचा दीदी के आने की खबर सुनकर शुभी को बड़ा आश्चर्य हुआ … Read more

जीत विश्वास और समर्पण की – बीना शर्मा  : Moral Stories in Hindi

New Project 63

सुकन्या अपने पापा के साथ भरी पंचायत में खड़ी होकर अपने पति श्रीधर का इंतजार कर रही थी। वह मन ही मन सोच रही थी यदि श्रीधर ने उसे अपनाने से इंकार कर दिया तो उसका क्या होगा? यदि वह उससे किए वादे से मुकर गया तो उसके विश्वास और समर्पण का क्या होगा? इसी … Read more

भुक्तभोगी – अर्चना सिंह  : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 05 05T225422.575

तूलिका सुबह से तरह – तरह के व्यंजन बनाने में लगी थी । यूँ तो दिल से बुरी नहीं थी वो पर ससुराल वालों के पुराने व्यवहार की टीस उसे कभी – कभी बुरा बनने पर मजबूर कर देती थी । आज तूलिका की सासु माँ पूर्णिमा जी और अविवाहित ननद कृति आने वाले थे … Read more

जुड़ाव से अलगाव तक – शिव कुमारी शुक्ला    : Moral Stories in Hindi

New Project 56

माधवी जी अभी अभी अपनी भतीजी यानी कि जेठजी की लड़की की शादी  से लौटीं थीं। उनका मन बड़ा ही खिन्न था कारण वहां पर जो व्यवहार उनके एवं उनके परिवार के साथ किया गया वह अत्यंत दुखद एवं नकारात्मक था।परायों की तरह किया गया व्यवहार उन्हें अन्दर तक कचौट गया। उनका घर करीब पन्द्रह … Read more

सिर्फ बहु से ही बेटी बनने की उम्मीद क्यों’ – रंजना कुमारी   : Moral Stories in Hindi

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कल ऋचा के छोटे देवर की शादी है और आज सुबह सुबह ऋचा अपने पति और बच्चों के साथ ससुराल पहुंची है। दो मिनट नहीं हुए थे  बैठे हुए कि सासू मां ने कहा आज व्रत में रहकर पूजा के लिए खीर , दाल वाली पूरियां , ठेकुआ, लड्डू सब तुम बना लोगी। उसने हां … Read more

बहुत व्यस्त हूं !! – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

New Project 56

अगले महीने विजय काका के बेटे विपिन की शादी है तुम्हे याद है ना .. ऑफिस से आते ही निशीथ ने प्रियल से कहा जो  कॉलेज से आते ही लैपटॉप लेकर बैठ रही थी। अगले महीने.!! नो निशीथ मैं बहुत व्यस्त हूं अगले महीने कॉलेज के सेमेस्टर एग्जाम हैं और मैं एग्जाम सुपरिटेंडेंट हूं मेरा … Read more

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