विश्वास की डोरी टूट गई – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

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” सुनीता आज विमला जीजी का फोन आया था वो कल अपनी मानसी है अपने घर ले जाने आ रही है कुछ दिन को !” सुरेश ऑफिस से आ पत्नी से बोला। ” पर ऐसे अचानक …अभी तो उसने परीक्षा खत्म कर सिलाई सीखनी शुरु की है यूँ बीच मे कैसे छोड़ दे ?” सुनीता … Read more

“कच्चे धागे ” – कविता भड़ाना : Moral Stories in Hindi

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राज और प्रिया की शादी को अभी चार महीने ही हुए है, दोनों ने मां बाप के खिलाफ जाकर शादी की थी और एक नए शहर में जाकर अपनी गृहस्थी बसा ली…. राज को एक बहुत अच्छी कंपनी में जॉब मिल गई, लेकिन प्रिया का प्रयास अभी जारी था, वह घर पर रहकर ही नौकरी … Read more

कर आई जग हँसाईं … – रश्मि प्रकाश   : Moral Stories in Hindi

New Project 50

आज अपने आप पर कोफ़्त हो रहा था…क्या ज़रूरत थी मामी सास से ये सब कहने की… वो तो वैसे भी कान लगाए रहती हैं हमारे घर की हर बात जानने के लिए….मायके से विदा होते वक़्त कैसे दादी ने समझाते हुए कहा था,“ देख बिट्टो जहाँ जा रही वो तेरा ससुराल है…. तू तेरी … Read more

बड़ों पर भरोसा – विभा गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

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   ” स्वाति…पापा आ गये हैं…अब अपना अंशु अपने दादाजी से ही पढ़ेगा.. है ना अंशु बेटे..।” नकुल हाथ में लिया बैग ड्राइंग रूम में रखते हुए अपनी पत्नी और बेटे से कहा तो अंशु खुश होकर ‘ यस पापा..’ कहकर अपने दादाजी से लिपट गया।       नकुल के पिता विश्वनाथ बाबू कस्बे के एक विद्यालय में … Read more

“रिश्तो के बीच विश्वास का एक पतला धागा होता है” – पूजा शर्मा   : Moral Stories in Hindi

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दोनों बच्चे स्कूल जा चुके थे और रंजन भी ऑफिस के लिए निकल चुका था। अपने सास ससुर को भी नाश्ता कराने के बाद देविका अपना नाश्ता लेकर डाइनिंग टेबल पर बैठी ही थी उसके फोन की घंटी बज उठी।  पड़ोस में रहने वाली उसकी सहेली रूपा का फोन था  5 साल पहले दोनों ने … Read more

कान का कच्चा – शिव कुमारी शुक्ला   : Moral Stories in Hindi

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अजय तुमने सोच भी कैसे लिया कि मैं ऐसा गलत काम कर सकती हूं। दस साल  हो गये हमारी  शादी को तुम मुझे इतना भी नहीं समझ पाये कि मैं किस तरह की सोच रखती हूं। इन दस सालों में तुम मुझे इतना ही परख पाये। मेरे बारे में तुम्हारी कितनी घिनौनी राय है। तुम्हें … Read more

सीढ़ी – माधुरी गुप्ता   : Moral Stories in Hindi

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सुलभा हर रोज़ की तरह सुबह सोकर उठी तो देखा कि उसकी मां नीला देवी पहले से उठकर दो कप चाय बना कर उसका इन्तज़ार कर रही थी।उसे आश्चर्य हुआ कि रोज़ तो माँ उसके ऑफिस जाने के बाद ही उठती हैं फिर आज ये परिवर्तन कैसे।उसने े मांसे पूछा क्या आज आपको कहीं जाना … Read more

रिश्तों के बीच विश्वास की एक पतली रेखा होती है – मंजू ओमर   : Moral Stories in Hindi

New Project 43

बेटा मुझे तो विश्वास ही नहीं हो रहा है कि तुम ऐसा कुछ करोगे।इस तरह के संस्कार तो मैंने तूझे नहीं दिए थे बेटा । तुम्हारी हरकतों के बारे में सुनकर तो मैं बहुत शर्मिन्दा हो रही हूं। लता ने अपने बेटे अनुज को फोन करके कहा। क्या सुन लिया मां तुमने मेरे बारे में … Read more

रिश्तों के बीच विश्वास का एक पतला धागा होता है – के कामेश्वरी   : Moral Stories in Hindi

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रोहणी बाज़ार से सब्ज़ी लाने के लिए गई हुई थी कि अचानक एक कार वाले ने उसे टक्कर मार दी थी । पैंसठ वर्ष की रोहिणी बीच बाज़ार में गिर कर बेहोश हो गई थी । पड़ोस में रहने वाले गिरीश जी ने उन्हें अस्पताल पहुँचाया और घर पर खबर भी कर दिया था । … Read more

तूलिका – भगवती सक्सेना गौड़   : Moral Stories in Hindi

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तूलिका ने जैसे ही फेसबुक खोला, फिर वही महाशय जी का  फ्रेंड रिक्वेस्ट देखकर परेशान हो गयी। एक महीने से वो नजरअंदाज कर रही थी, पर वो शख्स मानने को तैयार ही नही थे। आखिर उसने सोचा चलो, एक दिन के लिए उसकी बात मान लेती हूँ, क्या कहना चाहता है, फिर ब्लॉक कर दूंगी। … Read more

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