हुनर ने दिलाई पहचान – कविता झा ‘अविका’ : Moral Stories in Hindi

New Project 44

रमा की शादी के पन्द्रह वर्ष हो गए थे। पति रमेश अच्छा खासा कमाते थे। वो संयुक्त परिवार में आकर खुद को भाग्यशाली समझती थी कि आज जहांँ  लोग एकल परिवार में रहते हैं वहीं वो इतने बड़े घर परिवार में रहेगी। सब मिलजुल कर रहेंगे तो हर दिन त्यौहार की तरह ही होगा।  पर … Read more

मोहताज – उषा शीशीर भेरून्दा : Moral Stories in Hindi

New Project 67 1

नन्हे राघव को इस तरह बिलख बिलख कर रोता देख सरिता जी का हृदय भर आया शायद बच्चे का कान दुख रहा होगा मैं गर्म तेल करके डाल दूं या पेट दुख रहा होगा पेट में गैस बन रही होगी पेट पर हींग का पानी लगा दु या सिकाई कर दु नमक अजवाइन खिलादु मगर … Read more

अकेलापन – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 68

 अचानक पटाखों की तेज आवाजों से जानकी की आंखे खुल गयी।बड़ी मुश्किल से झपकी लगी थी,अचानक इत्ती रात को पटाखे?भला कोई ऐसा क्यों कर रहा है?इस उम्र में वैसे ही बड़ी मुश्किल से नींद आती है,अब आयी थी तो पटाखों ने तोड़ दी।बड़बड़ाती हुए जानकी उठ कर बॉलकोनी में आकर नीचे झांकने लगी तो देखा  … Read more

नहीं, मैं मोहताज नहीं हूं – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral Stories in Hindi

New Project 69

कुछ दिन पहले मैं वापस लौटी थी पूरे 6 महीने बाद अपने शहर में। पढ़ाई खत्म कर। कई बातें जो फोन पर नहीं हो पाती थी वह जानने के उत्सुकता बनी रहती थी। “मां मैं घूम कर आती हूं!”मां की बात सुने बगैर मैंने अपनी स्कूटी उठाई और निकल पड़ी। चौराहे पर एक प्लास्टिक की … Read more

मोहताज कौन – सुभद्रा प्रसाद : Moral Stories in Hindi

New Project 11

 ” बहुत हो गया | आज तुम्हें फैसला करना ही होगा | इस घर में या तो मैं रहूंगी या तुम्हारी माँ | मैं अब इनके साथ नहीं रह सकती | तुम्हें इन्हें गाँव में छोडकर आना ही पडेगा, नहीं तो मैं अपने दोनों बेटे के साथ इस घर से  चली जाऊंगी | ” शोभा … Read more

बेटी तो है – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 70

     ” सुनीलsss.., जब एक हाथ से काम होता नहीं तो चुपचाप बैठे क्यों नहीं रहते…।कितना मंहगा शो- पीस था…तुमने तोड़ दिया…इसका पैसा क्या…।” कामिनी अपने देवर पर चिल्ला रही थी कि तभी सुनील की पत्नी नंदा आ गई,” साॅरी दीदी..इनसे गलती से गिर गया है।मैं इसके पैसे दे दूँगी…।”       ” कहाँ से देगी…तुझे खिलाते हम … Read more

मोहताज – कुमार किशन कीर्ति : Moral Stories in Hindi

New Project 77

“यह लीजिए दीनानाथ सेठ जी आपका काम हो गया है।अब आप बीडीओ साहिबा से हस्ताक्षर करवा लीजिए। इसके बाद आपका काम चकाचक!”मुखिया जी कागज सेठ को थमाते हुए बोले।कागज लेकर दीनानाथ तो खुश हो गए। इसी बीच, मुखिया जी उनके पास आकर धीरे से उनके कानों में बोले”सुना है, बीडीओ साहिबा बड़ी ही ईमानदार और … Read more

उलट फेर – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 80

“शिप्रा!शिप्रा!बच्चे कहां हैं?”उमेश ने घर में घुसते ही चीखना शुरू कर दिया था। “क्यों चिल्ला रहे हो उमेश?दोनो बच्चे घूमने अपने नानाजी के साथ गोल मार्केट तक गए हैं।”शिप्रा ने जबाव दिया। “घूमने?क्यों भेज दिया तुमने उन्हें उनके साथ? कहीं की चोट लग जाए तो?कितनी बार कहा है बच्चों को ऐसे किसी के साथ बाहर … Read more

सवा सेर – श्वेता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 84

“गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल, गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल।” खिड़की से आती सफाई विभाग की गाड़ी की आवाज सुनते ही शांतिदेवी ने अपनी बहू शुभी को आवाज लगाई- “शुभी! ओ शुभी! कचरेवाली गाड़ी आ गई है। जा बेटा, कचरा फेंक आ। शुभी! ओ शुभी!” “लेकिन शुभी का कोई आता-पता नहीं … Read more

मोहताज – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 86

“नमस्ते आंटी! आंटी, मैंने बैंक की लिपिक भर्ती परीक्षा पास कर ली है! अगले हफ्ते मेरी ज्वाइनिंग है!” शालू ने मिठाई का डिब्बा मेरे हाथ में पकड़ाते हुए ख़ुशी से कहा। उसके चेहरे पर आत्मविश्वास की एक नई चमक थी। मैं खुशी से झूम उठी। “वाह! ये तो बहुत बड़ी बात है, शालू! बहुत-बहुत बधाई! … Read more

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