हुनर ने दिलाई पहचान – कविता झा ‘अविका’ : Moral Stories in Hindi
रमा की शादी के पन्द्रह वर्ष हो गए थे। पति रमेश अच्छा खासा कमाते थे। वो संयुक्त परिवार में आकर खुद को भाग्यशाली समझती थी कि आज जहांँ लोग एकल परिवार में रहते हैं वहीं वो इतने बड़े घर परिवार में रहेगी। सब मिलजुल कर रहेंगे तो हर दिन त्यौहार की तरह ही होगा। पर … Read more