छोटी छोटी बातें ही बड़ा रूप ले लेती है – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

New Project 91

क्या भाभी आप तो बिल्कुल बहू से दबकर रह गई हो , इतना भी क्या डरना बहू से कौन वो आपका कुछ करती है इस बुढ़ापे में बहू को आपकी मदद करनी चाहिए तो वो तो नहीं उल्टा आप और भाईसाहब ही उसकी मदद करती रहती है । क्या करूं मधु मैं नहीं चाहती एक … Read more

नज़रिया अपना अपना – ऋतु दादू : Moral Stories in Hindi

New Project 83

निशि के सामने वाले घर मेें शर्मा परिवार रहता है ,परिवार मेें रीमा भाभी,भइया और उनका बेटा नीरज, बहू विधि है। बेटा और बहु दोनो अच्छी नौकरी में हैं। घर में हर तरह की सुख सुविधा है, प्रत्येक कार्य के लिए बाई लगी हुई है, कुल मिलाकर बहुत ही सुखी परिवार है।निशि अक्सर रीमा भाभी … Read more

सच्ची हक़दार – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

New Project 43

अम्मा, करवा चौथ आ रहा है । इस बार मेरे और  दीदी के लिए सूट कब दिलवाओगी?  ले आओ  बहू पर तुमने तो आज तक करवा चौथ पर मेरी तरफ़ से ख़रीदा कोई सूट सिलवाया ही नहीं । तुम अपनी पसंद से लाती हो फिर सारे सूट क्यों जमा कर रही हो ?  सिलवाने का … Read more

*उदासीन ब्रह्मचारी का फैसला* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 96

        देखो ऋषि मैं जानती हूं तुम्हे अपने जॉब के कारण अधिकतर समय बाहर ही रहना होता है, पर मैं भी क्या करूँ,कैसे रहूं तुम बिन?         सरिता,तुम एक भरे पूरे परिवार में रहती हो,माँ हैं, बाबूजी हैं और छोटा भाई राजेश है।इतने लोगो के बीच क्यूँ अकेलापन महसूस करती हो?आदत डालो सरिता आदत डालो।         सरिता फोन … Read more

मैं नहीं चाहती की छोटी छोटी बातें कोई बड़ा रूप ले ले और रिश्ते बिखर जाए… – दीपा माथुर : Moral Stories in Hindi

New Project 43

सुबह सुबह सूरज की किरणों ने अपने रंग बिखेरने शुरू कर दिए थे। अलसाई आंखो को लगा लेट हो गई। चल उठ स्वयं को ही आदेश देती हुए  नीलिमा  ने उठ कर गर्म पानी का सेवन करते हुए खिड़की से पर्दा हटाया। अचानक घड़ी की तरफ नज़र गई। ओह लेट हो गई। गुप्ता जी तो … Read more

मैं नही चाहती ये छोटी सी बात कोई बड़ा रूप ले ले और सब रिश्ते बिखर जाएं – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

New Project 48

मेरे पापा ने हम लोगों की परवरिश बहुत ही अच्छे से किया था | उम्र के इस पड़ाव में भी , उनकी एक एक बात याद है | उन्होंने जो संस्कार दिए है हमको,  उसी के बल पे आज मैं अपनी जिंदगी  के बड़े से बड़े दुख भी आसानी से काट लेती हूं |  आज … Read more

!! मै नही चाहती !! – रीमा महेंद्र ठाकुर : Moral Stories in Hindi

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सखियों तुम सबको आना है ,आज मेरी ,बेटी कलिन्दी  की सगाई है,कोई भी मना मत करना “”” आना  ,सभी मांसी मां को आना है,,,मोबाइल  पर गुरूप मे  वीको मैसेज  पढकर ,गुरूप के सभी ,सदस्य  ,सकते मे थे! य  ये अचानक, निशा को ,कलिन्दी के विवाह की जरूरत  कैसे आन पडी,,, ये बहन ,छोरी अच्छी भली … Read more

“मैं नहीं चाहती ये छोटी सी बात कोई बड़ा रूप ले ले और सब रिश्ते बिखर जाएँ…..।” – साइमा बानो : Moral Stories in Hindi

New Project 65 1

सुबह की हल्की धूप खिड़की से कमरे में झांक रही थी। अम्मा धीरे-धीरे रसोई में काम कर रही थीं, लेकिन उनके मन में एक तूफान चल रहा था। पिछले कुछ दिनों से घर का माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया था। छोटे-मोटे विवाद अब बड़ी उलझनों का रूप ले चुके थे। और सबसे ज़्यादा परेशान थीं … Read more

बचपन के दिन – आराधना सेन : Moral Stories in Hindi

New Project 66

हमारा संयुक्त परिवार था  बाबूजी दो भाई थे, मा चाची दादा दादी, हम सब भाई बहन ।संयुक्त परिवार मे रहने का अलग ही मजा था भाई बहन मे जितना प्यार था उतने झगडे भी, बच्चो के झगडे पल मे सुलझ जाते लेकिन माँ चाची की अगर किसी काम को लेकर झगडे होते तो कुछ दिनो … Read more

मैं नहीं चाहती कि ये छोटी सी बात कोई बड़ा रूप लेले और रिश्ते बिखर जाए – खुशी : Moral Stories in Hindi

New Project 67 1

माधवी एक सुशिक्षित अच्छी नौकरी करने वाली लड़की थी।  थउसके घर में  मां आशा देवी, पापा विनायक जी ,भाई  आदित्य भाभी शोभा और उनका प्यारा सा बेटा अभी  था । यह परिवार आगरा में रहता था।अभी अपनी बुआ को बहुत प्यार करता था  और बुआ अभी को देखने वाले यही कहते शादी हो जाएगी तो … Read more

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