भ्रम – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 44

“मोहिनी!मोहिनी!कहां मर गई तू?”राधिका जी ने अपनी बहू को आवाज लगाते कहा,”कब से मीनू बैठी है इंतजार में कि तू उसका मेकअप कर देगी पर भाव खा रही है इतना।” मोहिनी ,अपने पति देवेश को फोन पर कह रही थी,”सुनो!मेहमान आने वाले हैं मीनू को देखने,जरा जल्दी आना,बस थोड़ा सा फ्रेश दही और खीरा,चुकंदर ले … Read more

बहु चाहे कितना भी करले बेटी नहीं बन सकती – शैलेश सिंह : Moral Stories in Hindi

New Project 49

ये कहानी पूरी तरह से काल्पनिक है और मौलिक है। मेरी खुद की उपज इस कहानी का उद्देश्य ही है समाज मे अपने पन का एहसास हो। वाह भाभी ! आप तो बड़ी सयानी हो गई हो…! रमा अपने मायके आई थी और रात को अपनी भाभी को माँ का पैर दबाते देखा तो गर्व … Read more

बहु चाहे कितना भी कर ले वह बेटी नहीं बन सकती – विकंज इन्दोरिया : Moral Stories in Hindi

New Project 50

सरला जी बहुत गुस्से में घर आई।  वो अपनी बेटी के घर से आ रही थी। और बहुत गुस्से में लग रही थी। उनकी बहु शिखा ने उन्हे पानी दिया और उनसे पूछा क्या हुआ मम्मी जी आप इतना गुस्से मे क्यों है। सरला जी गुस्से मे ही बोली दिया के घर से आ रही … Read more

“बहू चाहे कितना भी कर ले.वह बेटी नहीं बन सकती।” – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

New Project 34

तुम तो रहने ही दो राघव मुझसे बात मत करो, मम्मी जी की गलती तुम्हें दिखाई ही कहां देती है हर बात पर मुझे ही समझाते रहते हो। जिस दिन से तुम्हारे घर में आई हूं समझौते ही तो करती आई हूं। तुम्हारे जैसे मातृभक्त बेटों की तो शादी ही नहीं होनी चाहिए। मेरी हैसियत … Read more

गॉठ – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

New Project 35

मधुरिमा की शादी के तीसरे दिन ही उसकी सास रुक्मिणी बाथरूम में गिर गईं तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। कमर से नीचे तक पूरा प्लास्टर चढ़ा होने के कारण उन्हें कम से कम तीन महीने का बेड रेस्ट कह दिया गया। इतना सुनते ही सभी मेहमान जल्दी से जल्दी घर से जाने की … Read more

सास बहू का रिश्ता – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

New Project 41

सुषमा और उसकी सास  ऊषा जी मिलजुलकर प्रेम से रहती थी। सुषमा एक संस्कारी सुशील लड़की थी। सुषमा की शादी हुए दो साल हो गए थे। उसे परिवार में सबका स्नेह, प्यार, और सम्मान मिल रहा था। उसे ससुराल में अपनापन मिल रहा था, और वह भी सबकी सुख सुविधा का ध्यान रखती थी। सास … Read more

बेटी कहे तो बीमारी बहू कहे तो बहाना – रश्मि प्रकाश  : Moral Stories in Hindi

New Project 41

“मम्मी जी आज आप रसोई में क्या कर रही है…?” हैरान हो राशि ने पूछा  “अरे बहू सुन तू भी मेरी थोड़ी मदद कर दे….आठ दस लोगों का खाना बनवाने में मेरी मदद तो कर…!” सास सुलभा जी ने कहा  “ हाँ वो तो ठीक है पर दोपहर का हमारा खाना मैं बना  चुकी हूँ…फिर … Read more

*अहम* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 41

      दादा जी-दादा जी,क्या हो गया है आपको?हे भगवान घर मे कोई है नहीं, कैसे दादा जी को संभालू?       अरे हाँ, माँ एक बार कह रही थी कि बच्चे और बुजुर्ग की देखभाल में अंतर नही होता।माँ ने भी दादा की ऐसा ही समझ कर सेवा की थी।अधिक सोच विचार न कर शालू तुरंत अपने पति … Read more

“खुद की तलाश: बेटी बनने से बहू बनने तक” – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 94

नमिता और वृंदा पड़ोसी बहुएं हैं। दोनों की दोस्ती पूरे मोहल्ले में प्रसिद्ध है। दोनों रोज शाम को पास के पार्क में सैर करने अवश्य जाती हैं और इस बहाने मन की बातें भी कर लेती हैं।  एक शाम की सैर के दौरान, वृंदा को कुछ चिंतित और परेशान देख नमिता ने पूछा,  “आज तेरा … Read more

बहु चाहे जितना भी कर ले …. वो बेटी नहीं बन सकती – सिफा खान : Moral Stories in Hindi

New Project 96

रामप्रकाश जी के घर का आँगन हमेशा खुशियों से गूंजता था। उनकी पत्नी, कमला, घर की लक्ष्मी थीं और उनकी बेटी सिया उनकी आँखों का तारा। सिया की शादी हो गई, और वह दूसरे शहर चली गई। घर सूना हो गया, लेकिन कुछ महीनों बाद उनके बेटे, रवि की शादी हुई और उनकी बहू, पूजा … Read more

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