बहुरानी – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

New Project 67 1

पूजा इधर आओ बेटा काम छोड़ दो सब बाद में हो जाएगा । मेरे पास ज्यादा समय नहीं है, ऐसा न कहें मम्मी आपके बिना तो ये घर , घर नहीं है और आपके बिना मेरा भी कोई वजूद नहीं है इस घर में ।                   श्यामा बिस्तर पर लेटी हुई थी बीमार चल रही थी … Read more

बड़ी बहू – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral Stories in Hindi

New Project 35

सामने बिस्तर पर रमा देवी बेसुध पड़ी हुई थीं। डॉक्टर ने अल्टीमेटम दे दिया था, कभी भी कुछ भी हो सकता है। बस अंतिम सांस ही बची हुई है। जितने भी परिवार और रिश्तेदार हैं सभी को बुला लीजिए। सुगंधा अपनी सास रमा देवी के पास बैठे हुए उनका सर सहला रही थी। वह बार-बार … Read more

बुरी बहुरानियां – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

New Project 66

क्या बात है सरला बहन? इतना बड़ा अनुष्ठान घर पर और बहुरानी और बेटा नहीं आया? आप तो कह रही थी वह लोग नौकरी की वजह से दूर गए हैं, क्योंकि मजबूरी थी, पर अब तो माजरा कुछ और ही लग रहा है, सुषमा जी ने अपनी पड़ोसन सरला जी से कहा  सरला जी:  देखो … Read more

बहूरानी या दुश्मन – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

New Project 66

 सुषमा जी को जब पता लगा कि उनका बेटा विवेक ऑफिस में साथ काम करने वाली लड़की अपर्णा से विवाह करना चाहता है तो वह बहुत नाराज हुई।   सुषमा-” विवेक तू जानता भी है तू क्या कह रहा है, हम शाकाहारी लोग और वह मछली खाने वाली बंगालन। कैसे चलेगा यह सब मैं कहे देती … Read more

एस्केलेटर का डर और बहूरानी साहिबा – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

New Project 88

गवारों वाली हरकत मत करो शालिनी…. पैर रखो , नहीं गिरोगी….. सब देख रहे हैं हसेंगे …..          संजय , मुझे बहुत डर लगता है ….आपको तो बताया था ना… पिछली दफ़े एस्केलेटर में चढ़ते ही गिर गई थी ….बाप रे , सबने कितना डरा दिया था …अंदर चली जाती तो टुकड़े-टुकड़े हो जाते ….जैसी ना … Read more

बहुरानी – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

New Project 88

सुनंदा जी का बेटा नितिन और बहु नीतिका विदेश में रहते थे। उन्होंने आज ही उन्हें दादी बनने की खबर दी थी। जिसे सुनकर सुनंदा जी बहुत खुश थी। सुनंदा जी ने ये खुशखबरी अपने पति रमाकांत जी को दी और कहा चलो मंदिर में प्रसाद चढ़ाकर आते हैं। नितिन की शादी के 6 साल … Read more

अम्मा का आशीर्वाद – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

New Project 89

“भाभी ओ भाभी,कल घाट पर चलना होगा आपको।हमारे सोनू ने निमंत्रण भेजा है आपको बिनती के साथ।” पिंकी बड़े उत्साह से चहकती हुई बोली।पिछले बीस सालों से उसे काम करते हुए देख रही थी मृदुला।सोनू (उसका बेटा)तब आठ साल का रहा होगा,जब पिंकी ने आकर मृदुला से कहा था”भाभी,अम्मा कह रही थी कि आपको अपने … Read more

बहुरानी – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

New Project 98

बधाई हो माँ, पहले पोते की सगाई की । अब तो आप दादी सास बन गई ।  पूर्णिमा ने गाड़ी से उतरकर मिठाई का डिब्बा बरामदे में बैठी अपनी सास की गोद में रखकर चरण छूते हुए कहा ।  तुम्हें भी बधाई हो पूर्णिमा रानी ! तुम भी तो सास बन गई । सब काज … Read more

बहु से बहुरानी तक – आशा झा सखी : Moral Stories in Hindi

New Project 35

 मध्यमवर्गीय परिवार में आजकल रिश्तों से अधिक धन को महत्व दिया जाने लगा है।अधिकांश लड़ाई-झगड़े,कलह-क्लेश की मुख्य वजह धन ही होता है।       आशुतोष जी के दो बेटे और एक बेटी है।  दोनों बेटे प्रियम और प्रखर  विवाहित हैं। प्रियम बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत है और उसकी पत्नी निभा इंटर कॉलेज में व्याख्याता है।छोटा बेटा प्रखर  … Read more

” बहुरानी ” – अयोध्याप्रसाद उपाध्याय : Moral Stories in Hindi

New Project 56

प्रमोद का रिटायरमेंट हो गया था। पत्नी रंजना की सेवा अभी तीन साल शेष थी। वह ग्राम सेविका के पद पर गांँव में ही कार्यरत थी। एक ही लड़का विनोद जो पटना सचिवालय के शिक्षा विभाग में  पदाधिकारी था।  उसकी दादी प्रेमशीला उसे बहुत मानती थी। बार बार यही कहती ” मैं अपने विनोद की … Read more

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