फैसला – शिव कुमारी शुक्ला: Moral stories in hindi

अवनी और  आकाश दोनों ही साफ्टवेयर इंजीनियर थे। वे एक  कनाडा की  कम्पनी में पचहत्तर – पचहत्तर लाख बार्षिक वेतन पर कार्यरत थे। उनके पास सारे, भौतिक सुविधा के संसाधन थे। कनाडा में वह आरामदायक, ऐश्वर्य पूर्ण जीवन जी रहे थे। उन्हें वहाँ रहते पाँच साल होने  जा रहे थे । किन्तु उनके  दिल के … Read more

अपनी जड़ों से जुड़े रहो – करुणा मलिक: Moral stories in hindi

New Project 100

सतीश , बेटा न जाने अब तो कब बुलावा आ जाए , एक बार उस दहलीज़ के दर्शन करवा दे , जहाँ ब्याह कर आई थी ।माँ, कैसे जाओगी ? इतना लंबा सफ़र, बुढ़ापे का शरीर, ऊपर से कहीं ठहरने का बंतोबस्त नहीं । फिर आप वहाँ किससे मिलोगी ? अपने कुटुंब का तो अब … Read more

फैसला – मंगला श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

New Project 40

माही पिछले कुछ दिनों से बहुत परेशान सी रहने लगी थी,वह ऑफिस से घर आकर चुपचाप अपने कमरे में जाकर दरवाजा बंद कर लेती व बहुत देर बाद निकलती। रचना देवी कुछ दिनों से लगातार उस पर ध्यान भी दे रही थी ,पर माही से कुछ पूछती तो वह हर बात टाल देती थी। हर … Read more

अनोखा केस – स्वाती जैंन   : Moral stories in hindi

कर्नल रविंद्र सैनी दिल्ली की एक पॉश कॉलोनी में रहते हैं जहां पर उनका पांच कमरों का एक बंगला बना हुआ है बांग्ला तो पाँच कमरों का बना है लेकिन उस बंगले में रहने वाले अकेले कर्नल सैनी ही है घर में सारी सुख सुविधाएं हैं उन्हें कोई काम भी नहीं करना पड़ता है !! … Read more

फैसला – आशा किरण : Moral stories in hindi

कोरोना की दूसरी लहर में जब  बॉस गिरफ्त में आए तब किसी ने यह सोचा तक न था कि वह जिंदगी से जंग हार जाएंगे.  उनके इस अकस्मात निधन का असर यह रहा कि ऑफिस पर सदा के लिए ताला लग गया. तब से ही घर पर हूं मैं.  50 की उम्र में जहां लोग … Read more

उड़ान – संजय मृदुल : Moral stories in hindi

मैं तुम्हे जाता देख रही हूं, जेबों में हाथ डाले सर झुकाए। थोड़े कंधे भी झुके हुए हैं मंथर गति से। मैं बालकनी में खड़ी हूं और तुम   बीते समय की तरह गुजर गए चुपचाप। न कदम ठिठके, न नजर उठी। तुम्हारी पीठ दिखाई दे रही है जाते हुए। अजीब सा सुकून मिल रहा … Read more

पत्नी के आत्मसम्मान के लिए – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

महेश  घर का सबसे छोटा बेटा था उसका दिमाग पढ़ने में कम लगता इस वजह से उसने ज्यादा पढ़ाई नही करी महेश के दो बड़े भाई थे जो पढ़ने के साथ पिताजी का व्यापार भी सम्हालने लगे महेश को उन्होंने घर के काम की ज़िमेदारी सौंप दी बाजार से सामान लाना घर के काम मै … Read more

सिरफिरे लोग – भगवती सक्सेना : Moral stories in hindi

एक छोटे से जिले में डीएम बनकर आये थे राघवेंद्र जी, अभी पंद्रह दिन ही हुए थे। अचानक एक दिन एक साधारण सा आदमी रोते रोते आफिस में घुस गया, पीछे से दरबान दौड़ता आया, “सर, बहुत रोका, पर ये सुन ही नही रहा।” “साहब, देखिए, क्या ज़माना आ गया, मेरी बेटी दसवीं में पढ़ती … Read more

ममता की छांव -ऋतु गुप्ता : Moral stories in hindi

दरवाजे की कुंडी बजते ही सामने अपने बेटे दीपक को नेवी अफसर की वर्दी में देखकर रागिनी को एक बारगी तो अपनी आंखों पर विश्वास ही नहीं हुआ, वह भाग कर  घर के मंदिर में जाती है और बेटे की नजर उतारने के लिए पूजा की थाली लेकर आती है। रागिनी की बेटी समृद्धि जो … Read more

फैसला – अदिति महाजन : Moral stories in hindi

अदालत परिसर का दृश्य| न्याय की आस में बैठा पीड़ित पक्ष व अपना पक्ष रखने के प्रयास  में अभियुक्त की वकील | वाद-  प्रतिवाद का दौर अब समाप्‍त हो चुका था व फ़ैसले की घड़ी आ गई थी | ‘ऑर्डर- ऑर्डर’ कह कर न्यायधीश पुरूषोत्तम दास ने अदालत को तो शांत कर दिया था, परंतु … Read more

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