निशा – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

New Project 70

 आज बहुत लंबे अंतराल के बाद निशा अपनी छोटी बहन नंदिनी के घर आई थी हालांकि उनके घर के बीच में केवल 1 घंटे का रास्ता था। न जाने कब से नंदिनी उसे अपने यहां बुला रही थी “दीदी आ जाओ परिवार सहित, आप हमेशा अपने घर बुलाती रहती हो, आप भी तो कभी हमारे … Read more

जीवनदान – अर्चना सिंह : Moral Stories in Hindi

New Project 80

जीवन में गरीबी के कारण बहुत संघर्ष झेले उसने पर कठिन परिस्थितियों से निजात पा ही लिया । एक सप्ताह बाद शादी को पाँच साल होने वाले थे । पर घर में कोई उत्साह ही नहीं था । उसका नाम था मनोरमा ।  जहाँ जिस कोने में जाती हर किसी के दिल में एक अमिट … Read more

औलाद – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 89

       ओह, तो आपको पैसा चाहिये,तो पैसा ही मांगते,फिर ये किसी कार्यक्रम के अध्यक्ष बनाये जाने के एवज में रुपये की मांग क्यों?देखिये मुझे आपके किसी सम्मान की जरूरत नही है।मेरे पास जब तक दौलत है तब तक मेरा सम्मान स्वयं ही सुरक्षित है।       नही-नही, सर ये बात नही है।वह तो सामान्य ऐसा होता ही है … Read more

पैसे का गरूर – अमित रत्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 94

बो तुमसे नही हमारी दौलत से प्यार करता है उसकी औकात हमारे घर का नौकर बनने की नही और तू उसे मेरा दामाद बनाना चाहती हो? वो एक मामूली सा केशियर जो पूरा दिन लोगों के नोट गिन गिनकर बैंक की तिजोरी में डालता है शाम को पांच सौ रुपये कम हो जाएं तो पूरी … Read more

पैसे का गुरूर – सिम्मी नाथ : Moral Stories in Hindi

New Project 97

निशा के कक्ष में प्रवेश करते ही सारी सहेलियों ने उठकर उनका स्वागत किया और गले से लगा लिया । आते ही उन्होंने ऊपर की तरफ़ देखकर कहा , अरे रेखा ए ० सी ० चलाओ न ! रेखा जी ने सिर नीचा कर कहा , वो मेरे घर में ए ० सी नहीं है … Read more

संगम रिश्तो का – प्राची अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 100

चंचल का मन हमेशा उड़ाय मान रहता तितली की तरह। मध्यम वर्गीय परिवार में पली बढ़ी चंचल सपनों की दुनियाँ कुछ ज्यादा ही ऊंची रखती। आभासी दुनियाँ देखकर मन कल्पनाओं के सागर में हिलेरों लगाता। पढ़ने लिखने में तो साधारण थी लेकिन रूप श्रृंगार में कभी पीछे नहीं रहती। उसकी सहेलियां भी सब बड़े घरों … Read more

पैसे का गुरुर – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 04 29T104516.742

  शाम का अंधेरा घिरते ही आरती जल्दी जल्दी पग बढ़ाने लगी। आज चाची मुझे कच्चा खा जायेगी…उसका हृदय कांप उठा।    उसे देखते ही चाची की जहर बुझी डांट सुनाई दी  ” कहां रह गई थी करमजली… एक दिन हमारे मुंह में कालिख पोत कर रहेगी।”  आरती अपनी सफाई में कुछ कह पाती कि सामने बैठे … Read more

पैसे का गुरूर – उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

New Project 40

हमारे मुहल्ले में सप्ताह में दो दिन हाट लगता था।मंगल और शुक्रवार को ।हमलोग अक्सर हाट से एक हफ्ते की सब्जी खरीद लेते थे।उसदिन मंगल वार था और मेरे पति आफिस से खाने के लिए दोपहर में आये तो कहा “लाओ थैला और पैसे, सब्जी ले आता हूँ ।अभी ताजी ताजी सब्जी मिल जायेगी ।मैंने … Read more

संस्कार – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 04 29T105042.754

    ताईजी  आपने हर वस्तु ,हर रिश्ते से ऊपर पैसे रखे है मुझे मम्मी और पापा ने पैसों से ज्यादा इंसानियत को महत्व देना सिखाया है । गगन की बात सुनकर आशा जी कुछ सोच में पड़ गई। सच ही तो है आज गगन को नहीं अपितु उनको ही गगन की जरूरत है। अच्छा चलता हूं … Read more

वो ममतामयी सास तो मैं ममतामयी बहु – डॉ बीना कुण्डलिया : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 04 29T105042.754

ट्रिन ट्रिन ट्रिन काॅलवेल की आवाज सुनकर रमा देवी इटके से उठकर बड़बड़ाती दरवाजे की तरफ लपकी अरे भई कौन है? आ रही हूँ …ऐसा नहीं एक बार बजा दें, स्विच पर हाथ रखा नहीं तब तक नहीं हटाते जब तक कि दरवाजा न खुल जाए।दस काम रहते घर में करने को और ऊपर से … Read more

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