नौकरी वाली बहू – कविता झा’अविका’ : Moral Stories in Hindi

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घर की छोटी बहू कायरा सबकी लाडली बन गई। ससुराल में आते ही उसने सबको महंगे उपहार देकर घर में सबका मन जीत लिया। वो शादी से पहले नौकरी करती थी और शादी के समय यही शर्त रखी कि वो अपनी नौकरी कभी नहीं छोड़ेगी। वैसे भी सरकारी नौकरी मिलना इतना आसान तो है नहीं … Read more

पैसे का गुरूर – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral Stories in Hindi

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अभी अपनी बेटी के हाथ पीले किए हुए दो महीने भी नहीं बीते थे कि सुधाकर जी की नौकरी पर आंच आ गई थी। आर्थिक मंदी ने सुधाकर जी की नौकरी में भूचाल ला दिया था । जो बड़े सैलरी वाले थे उन पर तो कोई खतरा नहीं था मगर जो मध्यम आमदनी वाले थे … Read more

पैसों का गुरूर – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

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तुमको भी लेना है तो भाई तीन सौ की कोई साड़ी ले सकती हो अंजलि मैं पैसा दे दूंगी। भई हम तो इतनी सस्ती साड़ी पहनते नहीं है तुम तो ऐसी ही साड़ी पहनती हो ।हम तो पांच हजार से नीचे की साड़ी पहनते नहीं है नीलम बोली अपनी देवरानी अंजलि से । नहीं भाभी … Read more

संवाद बनाए रखें… – रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

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…तीनों बेटियों का ब्याह अम्मा ने उनके पिता के रहते ही कर दिया था… पिताजी ने अपनी हैसियत के हिसाब से जो बन पड़ा… कुछ अधिक तो नहीं… पर खाते पीते घर में सब गईं… बच गया छोटा मोहित… उसके बनने से पहले ही पापा चल बसे…  अम्मा ने बचे पैसे बेटे को एक से … Read more

पैसे का गरूर – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

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“अरे मनोज भैया, आप पहले कहते तो कमल के साथ-साथ आपको भी सेहरा बांध, आपकी दुल्हनिया भी साथ ही ले आते।” रिश्ते की भाभियां कमल और उसकी नई नवेली दुल्हन सपना को कंगना खिलाते हुए अपने देवर मनोज से मजाक करती हैं, जो शादी की सारी रस्मों के दौरान अपने चचेरे भाई कमल के साथ … Read more

पैसे का गरूर – मुकुन्द लाल : Moral Stories in Hindi

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  सर्विस के लिए कई वर्षों तक भटकने, लिखित प्रतियोगी परीक्षाओं में असफल होने और साक्षात्कार की खानापूर्ति में शामिल होते-होते जब प्रणव थक गया तो उसके पिता जटाधार ने कह दिया कि तुम्हारी किस्मत में नौकरी नहीं है। उसकी शादी की उम्र भी निकलती जा रही थी इसलिए उसने उसकी शादी कर देने का निश्चय … Read more

“पैसे का गुरुर’ – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

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 पैसे का इतना भी क्या गुरुर करना आदमी को आदमी समझते ही नहीं है अरे बड़े होंगे अपने घर के कौन सा किसी को कुछ दे रहे हैं, जो करता है अपने लिए ही करता है अगर हम गरीब हैं तो कुछ उनसे मांगने तो जा नहीं रहे हैं, लेकिन हर जगह पैसा काम नहीं … Read more

पैसे का गुरुर – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

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*********** प्रेयसी का उस समय शर्म से सिर झुक गया जब  ननद वान्या ने आकर उसे गले से लगा लिया – ” भाभी, इतनी बड़ी बात हो गई और आपने एक बार फोन भी नहीं किया। मुझे तो आज अखबार से पता चला। आप चिन्ता मत करो, सब ठीक हो जायेगा।” ” कैसे ठीक होगा … Read more

पैसे का गुरुर – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

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सुमन एक  मध्यमवर्गीय परिवार की बेटी थी। उसके दो भाई राम, श्याम थे। सुमन के मम्मी पापा  ट्रेन दुर्घटना में गुजर गए थे। दोनो  भाइयों ने मिल के सुमन को पढ़ाया लिखाया ।सुमन पच्चीस साल की हो गई थी ।राम दिन रात सोचता की किसी अच्छे घर में सुमन की  शादी हो जाए । राम  … Read more

पैसे का गुरूर – गीता यादवेन्दु : Moral Stories in Hindi

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“हमारी बेटी बहुत बड़े घर में ब्याही है । बहुत अमीर हैं वो लोग ।दसियों नौकर-चाकर लगे रहते हैं ।” रुक्मणी अपनी पड़ोसन रजनी को बता रही थी । “अच्छा……जब आए अबकी बार कविता तो मुझसे भी मिलवाना । बहुत गुणी होगी तभी तो बड़े घर में पहुँची है ।” रजनी ने कहा । रजनी … Read more

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