रिश्ते बोझ नहीं होते – कमलेश आहूजा  : Moral Stories in Hindi

New Project 57

“सुनो छवि,मैं किसी काम से बाहर जा रही हूँ तुम दोपहर का खाना बना लेना।”नेहा आर्डर देते हुए बोली।”  “भाभी,मेरे पेट में बहुत दर्द हो रहा है मैं खाना नहीं बना पाऊँगी।” नेहा रुआँसी होकर बोली। “तुम्हारा तो रोज का ही कुछ न कुछ प्रॉब्लम रहता है…काम के नाम पे कभी सर में दर्द तो … Read more

पापा आपको शर्म नहीं आई , इस उम्र में यह सब करते हुए !! – स्वाती जैंन  : Moral Stories in Hindi

New Project 45

घनश्याम जी रात भर सोए नहीं थे , उन्हें कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा था , रात भर बुखार होने के कारण अब तो शरीर साथ भी नहीं दे रहा था फिर भी वे जैसे – तैसे उठे और अपने लिए चाय बनाई ताकि चाय के साथ कुछ खाकर दवाई ले पाए !! चाय … Read more

फिर भी बैर कम ना हुआ – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

New Project 57

मम्मी जी! आज आप सभी से एक बात कहना चाहती हूं, इस घर के खर्चे अब दिनों दिन ज्यादा ही बढ़ते जा रहे हैं, महीने का राशन जब आता है यह और भैया बराबर बराबर देते हैं, पर फिर भी बीच में अगर कुछ घट जाता है तो उसकी जिम्मेदारी उनके ही हिस्से क्यों आती … Read more

नफ़रत की दीवार – नीलम शर्मा  : Moral Stories in Hindi

New Project 57

नीला बहुत खुश और उत्सुक थी आज अपने घर जाने के लिए। क्योंकि उसकी सास ने उसके देवर के लिए उसकी छोटी बहन शिल्पी के रिश्ते की बात करने के लिए उसको अपने घर जाने के लिए कहा था। बहुत प्यार करती थी वह अपनी छोटी बहन से। उसके तो इस बारे में सोच-सोच कर … Read more

नफ़रत की दीवार – आरती झा आद्या  : Moral Stories in Hindi

New Project 56

आज पहली बार उसे अपने नाम के साथ सिंह लिखने की इच्छा नहीं हुई, आज पहली बार इसे मिटा देने की इच्छा हो रही थी। पासपोर्ट के फॉर्म में जब उसने “Mother’s Name” के कॉलम में ‘मीरा सिंह’ लिखा, तो उसका हाथ काँप गया। सिया की पहचान हमेशा मीरा सिंह से जुड़ी रही थी — … Read more

नफ़रत की दीवार – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

New Project 94

आज दुबारा मनीषा के पापा का फ़ोन आया था …पुष्पा ! तुमने कुछ सोचा …. संजू से बात की क्या?  नहीं जी …. बस देविका से थोड़ा ज़िक्र किया था पर उसकी बातों से ऐसा लगा कि वो इस हक़ में नहीं कि मनीषा की छोटी बहन से संजू की शादी हो ….. आपको याद … Read more

बंटवारा – मनीषा सिंह : Moral Stories in Hindi

New Project 94

मां! बड़ी मम्मी और बड़े पापा आए हैं मैं उन्हें प्रणाम करके आती हूं••! आप भी चलो!  “तुझे जाना है तु जा”पर••वहां बैठने का काम नहीं! फटाफट चली आना! और ज्यादा दादी-नानी बनने की जरूरत नहीं! ठीक है••! उदास होकर अनुष्का वहां से चली गई।  क्यों शादी-शुदा बेटी को डांटती रहती हो ? राजेश बाबू … Read more

रिश्तों की मिठास – मनीषा भरतिया : Moral Stories in Hindi

New Project 94

अनुभव सुनो संगीता दीदी का फोन आया था वह लखनऊ से कोलकाता आ रही है ….  जीजाजी और बच्चों के साथ….१० दिन हमारे साथ ही रहेगी.. उन्होंने आपको भी फोन किया था….. पर आपने अच्छे से बात नहीं की…. यह ठीक नहीं है माना हमारे रिश्तों में दरार आ गई है…..  उन्होंने सालों से हमारे … Read more

धैर्य – लतिका पल्लवी : Moral Stories in Hindi

New Project 99

रीता को गुमसुम बैठी देखकर उसकी भाभी ने पूछा – क्या हुआ रीता यु उदास क्यों बैठी है? हूँ, कुछ सोच रही थी। क्या, राकेश भैया के बारे सोच रही है? भाभी ने पूछा। नहीं, भाभी अब उनके बारे मे सोचने के लिए क्या बचा है। रीता ने कहा।तब किसके बारे मे सोच रही है … Read more

दोस्ती की मिसाल – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 04 29T104516.742

     ” चाची..मैं कल दोपहर तक पहुँच जाऊँगा..।घर में सब कैसे हैं? चाचा की तबीयत..।” मानव की बात पूरी होने से पहले ही उसकी कुमुद चाची प्रसन्न-स्वर में बोली,” खुद ही आकर देख लेना..दीदी नहीं आ रहीं हैं?”    ” मानवी की परीक्षा खत्म होते ही मम्मी भी आ जायेंगी।अच्छा चाची प्रणाम!” कहते हुए उसने फ़ोन डिस्कनेक्ट … Read more

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