न‌ई शुरुआत – ऋतु गुप्ता: Moral stories in hindi

New Project 38

सब की लाड़ली दुलारी स्नेहा आज शहर से पढ़ कर वापस लौट रही थी। चार चार भाईयों के बच्चों में  अकेली बेटी थी स्नेहा। सात सात भाइयों की लाडली, घर में हर एक किसी की जान थी स्नेहा। स्नेहा  से दो भाई बड़े और पांच भाई छोटे थे ,पर हर कोई उसे पर जान छिड़कता … Read more

धिक्कार – उमा वर्मा : Moral stories in hindi

New Project 34

आज लक्ष्मी अपने को कोस रही थी “धिक्कार है ऐसे जीवन पर ” सच में अम्मा जी के पोते की लालसा ने उसे पाँच पाँच बेटियों की माँ बना दिया था ।वह तो कभी ऐसा चाहती भी नहीं थी।पर पति की जिद के आगे हार गई थी वह ” अरे अम्मा गलत क्या सोचती है, … Read more

मायके के लिए फ़र्ज़ कैसे भूल जाऊँ – रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

New Project 34

“ अरे बेटा तू अचानक यहाँ आ गई.. सब ख़ैरियत तो है?” दरवाज़े की घंटी बजते दरवाज़े पर राशि को यूँ अचानक आया देख सुमिता जी बोली “हाँ माँ तुम तो जानती हो मैं बहुत जल्दी घबरा जाती हूँ दो तीन दिन से बड़े बुरे सपने देख रही थी तो सोचा आकर तुम सब से … Read more

खुशियों की तलाश! – पूर्णिमा सोनी : Moral stories in hindi

New Project 57

विन्नी  सीढियां चढ़ते हुए ऊपर पहुंची और धीरे से दरवाजे को धक्का दिया, दरवाजा खुला हुआ था अरे आओ.. कब आई पता ही नहीं चला, सरिता जी ने कहा हां, नीचे वाला दरवाजा खुला देखकर मैं समझ गई थी कि आप घर पर ही हैं… विन्नी ने सोफे पर बैठते हुए कहा आज मोलू और … Read more

अधिकार – सरिता गुप्ता : Moral stories in hindi

New Project 58

पिताजी की तेरहवीं को अभी सप्ताह भी नहीं हुआ था कि दोनों भाइयों में प्रापर्टी को लेकर तू तू मैं मैं शुरू हो गई थी । लावण्या को यह देखकर बहुत दुख हुआ कि माता-पिता सारी जिंदगी बेटों के लिए ही मरते रहते हैं। बस उनकी ही परवाह करते हैं । बेटों की चाह करते … Read more

धिक्कार है ऐसे रिश्तों पर –  हेमलता गुप्ता: Moral stories in hindi

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रवि, उसके बड़े भाई विजय और विजय की पत्नी सुरभि तीनों का छोटा सा और सुंदर परिवार था! रवि और विजय के माता-पिता का देहावसान हो चुका था, सुरभि रवि को अपने बेटे जैसे ही प्यार करती थी, और इन इन दिनों  घर में रवि की नौकरी लगते ही शादी की तैयारी शुरू होने लगी … Read more

धिक्कार !! – स्वाति जैन : Moral stories in hindi

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क्या दादाजी नहीं रहे ?? यह सुनकर मिहिर के हाथ से फोन बेड़ पर गिर गया !! भारत से आए इस कॉल ने मिहिर को हिला कर रख दिया !! बहुत प्यार करता था मिहिर अपने दादाजी से !! मिहिर जब अपनी पढ़ाई के लिए विदेश आने वाला था उसके एक महिने पहले ही मिहिर … Read more

माँ तो माँ ही होती है बेटा या बेटी की नहीं – संध्या त्रिपाठी : Moral stories in hindi

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 शादी की शॉपिंग हो गई दीदी….. वर्तिका (देवरानी) ने अहिल्या (जेठानी) से पूछा…..! पहले तो ये बताइए आपने अपने लिए कैसी साड़ी ली है….?? लड़के की शादी है इस बार तो हमें भी आपके तरफ से महंगी और सुंदर साड़ी चाहिए …..बहू के घर से आएगी… वो अलग…. पूरे हक और अपनेपन से वर्तिका ने … Read more

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