विलास बहू (भाग-4) – संजीव जायसवाल ‘संजय’ : Moral stories in hindi

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अविश्वश्नीय दृष्टि से स्क्रीन को देखते हुये उसने माउस क्लिक किया। अगले ही पल ई-मेल खुल गया। मोहनी ने सही कहा था। उसने परसों ही उसे असलियत से अवगत करा दिया था किन्तु जल्दबाजी में उसने ई-मेल को देखा ही नहीं था। किन्तु मोहनी और ई-मेल? रसोई की चाहरदीवारी में कैद देहाती औरत का लैपटाप … Read more

विलास बहू (भाग-3) – संजीव जायसवाल ‘संजय’ : Moral stories in hindi

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‘‘अपने ईलाके में लड़कियों के लिये एक भी डिग्री कालेज नहीं है। हमारे पास किसी चीज की कमी नहीं है। अगर आप अनुमति दें तो पिताजी के नाम से एक डिग्री कालेज खोल दिया जाये’’ विलास बहू ने मन की इच्छा बतायी। ललिता देवी सोच में डूब गयीं। उनके चेहरे पर एक के बाद एक … Read more

समाधि (भाग-7) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

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***** पिछले अंक ( 06 ) का अन्तिम पैराग्राफ ••••• ************************************ ” मैं यह सब कुछ नहीं जानता लेकिन खतरनाक अभियान जैसे मुठभेड़, छापा मारने के लिये जाते समय तुम मुझे मैसेज कर देना। अपने प्यार के लिये क्या इतना नहीं कर सकती? तुम्हारा मैसेज पढकर भी न तो मैं तुम्हें फोन करूॅगा और न … Read more

विलास बहू (भाग-2) – संजीव जायसवाल ‘संजय’ : Moral stories in hindi

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‘‘तुमने फिर इतने सारे जेवर क्यूं पहन लिये?’’ बिना किसी भूमिका के विलास ने सीधा प्रश्न किया। ‘‘मांजी ने पहनाये हैं’’ आनंदातिरेक में डूबी मोहनी ने बताया। ‘‘मुझे उलझन होती है, उतारों इन्हें’’ विलास झल्ला उठा। ‘‘ये मांजी का आशीर्वाद और मेरे सुहाग की निशानी हैं ’’ नववधू सहम उठी। ‘‘तुम्हें अपना जीवन सुहाग की … Read more

समाधि (भाग-6) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

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***** पिछले अंक ( 05 ) का अन्तिम पैराग्राफ •••••• *******************************समाधि और सभी घर वालों ने अनुभव किया कि दिल्ली जाकर शुरू में तो एकलव्य ठीक रहा। जल्दी जल्दी घर भी आता था और लगातार सबसे फोन पर भी बात करता था लेकिन धीरे धीरे उसके फोन आने भी कम हो गये और उसने घर … Read more

विलास बहू (भाग-1) – संजीव जायसवाल ‘संजय’ : Moral stories in hindi

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चांद सा चेहरा, दूध सी स्निग्ध त्वचा, झील सी नीली आंखें, मोती सी दंत-पंक्तियां, गुलाब से होंठ और हंसिनी सी चाल। ये सारी उपमायें उस नन्हीं सी जान के लिये थीं जिसे ललिता देवी लाखों में छांट कर लायी थीं। जमींदार घराने का एकलौता चांद था विलास। सोने पर सुहागा यह कि आई.आई.टी. से इंजीनयरिंग … Read more

समाधि (भाग-5) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

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***** पिछले अंक ( 04 ) का अन्तिम पैराग्राफ •••••• एकलव्य ने समाधि का चेहरा दोनों हथेलियों में भर लिया और अपने अधर उसकी बन्द पलकों पर रख दिये। दोनों की सॉसें एक दूसरे के दिलों के भीतर समाने लगीं। शब्द तो मौन थे लेकिन धड़कनों का शोर बढता जा रहा था। अब आगे ••••• … Read more

समाधि (भाग-4) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

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****** पिछले अंक ( 03 )का अन्तिम पैराग्राफ •••••••• वह जानता था कि दोनों परिवारों में किसी को इस सम्बन्ध में आपत्ति होगी तो केवल समाधि को। मम्मी और पापा उसे अपनी बेटी ही मानते हैं।इसलिये वह किसी से कुछ कहने के पहले इस दुविधा को दूर करना चाहता था। यदि समाधि ने उसका प्यार … Read more

समाधि (भाग-3) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

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पिछले अंक ( 02 )  का अन्तिम पैराग्राफ ••••••• ********************************* मौली के पीछे छुपे छुपे ही सिम्मी कहती – ” आंटी, यह अभी आपकी और अंकल की बात नहीं सुन रहा है। पढ़ेगा लिखेगा नहीं, तो इसको नौकरी भी नहीं मिलेगी। आपको क्या करना आगे चलकर खुद ही रोयेगा। आप लोग इसको मूॅगफली की रेहड़ी … Read more

समाधि (भाग-2) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

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पिछले अंक ( 01 ) का अन्तिम पैराग्राफ •••••••••• गिरीश के माता पिता भी जब इच्छा हो कानपुर उन लोगों के पास आ जाया करेंगे और आवश्यकता पड़ने पर सिम्मी और रत्ना भी गिरीश की अनुपस्थिति में भी उन लोगों के पास चले जाया करेंगे। यही सब सोंचकर गिरीश और रत्ना ने एक नई बनी … Read more

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