तू इस तरह मेरी जिन्दगी में शामिल है (भाग -4)- दिव्या शर्मा : Moral stories in hindi

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अब तक आपने पढ़ा कि तृप्ति विदेश से आई अपनी दोस्त रिक्की की पार्टी में शेखर के साथ जाती है।रिक्की तृप्ति पर कुछ ज्यादा ही मेहरबान है अब पढ़ते हैं आगे।) “चले तृप्ति!” उसकी कलाई पकड़कर रिक्की बोली। “ओह हाँ यार।” कुछ हड़बड़ा कर वह बोली।दोनों पार्किंग एरिया में चले जाते हैं और कुछ देर … Read more

तू इस तरह मेरी जिन्दगी में शामिल है (भाग -3)- दिव्या शर्मा : Moral stories in hindi

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“नाम! नाम क्या है इसका…ऐ सुनो तुम्हारा नाम… नाम क्या है तुम्हारा?” शेखर ने उसे आवाज़ दी लेकिन उसकी आवाज़ गुझिया के कानों से बहुत दूर थी।वह पलटकर गली के  मोड़ को देखती है और अपने दरवाजे में समा जाती है। शेखर अपने कदमों को घसीटता हुआ उसी मकान की ओर चल पड़ता है जहाँ … Read more

तू इस तरह मेरी जिन्दगी में शामिल है (भाग -2)- दिव्या शर्मा : Moral stories in hindi

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पहले भाग में आपने पढ़ा कि गुझिया अचानक शेखर से मिलती है जो आत्महत्या करने जा रहा था।किसी तरह गुझिया उसे बचा लेती है लेकिन शेखर अपने दर्द में इस कदर डूबा है कि उसे आत्महत्या ही एक आखिरी रास्ता दिखाई देता है। दूसरे भाग में पढिए कि शेखर और गुझिया की अचानक यूँ मुलाकात … Read more

तू इस तरह मेरी जिन्दगी में शामिल है – दिव्या शर्मा : Moral stories in hindi

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“बांध दूँ जोबन चोली में मत छेड़ सजनवा होली में….अबे ओ…साले मर क्यों रहा है!!” पुल की रेलिंग से लटके शेखर को देख गाना भूल गुझिया जोर से चिल्लाई।अंधेरी रात में इस पुल पर अक्सर अपने ग्राहकों के इंतजार में खड़ी गुझिया आज की रात बेग्राहक रह गई क्योंकि बारिश ने आफत मचाए रखी थी। … Read more

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