माँ का दर्द समझ मे आता है, पत्नी का क्यों नहीं..?? – अर्चना सिंह : Moral stories in hindi
“टिकट कन्फर्म हो गया है “।आप तूलिका से बात कर लीजिए एक बार ” । लैपटॉप पर काम करते हुए क्षितिज ने अपनी माँ विद्या जी को कहा । फिर विद्या जी ने बात अनसुनी करते हुए फोन काट दिया । अगले ही दिन की फ्लाइट थी । तूलिका रसोई में रोटियाँ सेंक रही थी, … Read more