रिश्ते की डोर-श्वेता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

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सरला जी की बहू निम्मी की आज पहली रसोई थी। सरला जी अपनी बहू की मदद करना चाह रही थी लेकिन रिश्ते की चाचियाँ, मामियाँ, ननदें उन्हें किसी ना किसी बहाने से रोक ले रही थी। उधर किचन में निम्मी की हालत खराब हो रही थी। उसने तो आज तक चाय-कॉफी के अलावा कुछ बनाया … Read more

टूटता रिश्ता …रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

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…”नितिन क्या कर रहे हैं आप… ऐसा मत करिए… नहीं… छोड़िए मेरा हाथ…!” ” तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई…!” ” मुझे छोड़िए… विधि रो रही है… छोड़िए मुझे…!’  नितिन ने झटके से उसे दरवाजे के बाहर कर दिया… और फटाक से दरवाजा उसके मुंह पर पटक दिया… अंदर विधि जोर-जोर से रो रही थी… ” नितिन… … Read more

गलतफहमी – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

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आरवी ने जैसे ही शोभिता का फोन रखा, उसकी बेटी ने हॅसते हुये कहा – ” मम्मी जितना खुलकर और खुश हो कर आप अपने दिल की बातें शोभिता मौसी से करती हैं, उतना खुलकर तो अपनी बहन, मम्मी और भाभी से भी नहीं करतीं हैं। क्या आपको याद है कि कभी आप लोगों में … Read more

ममता का त्याग – विभा गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

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   ” मीनू…शादी के बाद तुम मुझे आप कहोगी ना..।”    ” हर्गिज़ नहीं..शादी के बाद तुम अपना भाव बढ़ा लोगे..तो मैं तुमसे शादी नहीं करूँगी..।”  ” अच्छा…मुझसे नहीं करोगी..तो फिर किससे…।” कहते हुए मयंक उससे दिल्लगी करने लगा तो मीनू ने ‘जाओ..मैं तुमसे बात नहीं करती..।’ रूठते हुए फ़ोन डिस्कनेक्ट कर दिया।          मीनू के पिता रामदयाल … Read more

टूटे रिश्ते जुड़ने लगे-मनीषा सिंह : Moral Stories in Hindi

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क्या कहा• मामा जी हमारे घर आ रहे हैं? पर उन्हें पता नहीं कि हमारा छोटा सा फ्लैट है••?  हां सीमा, पता है पर उनकी मजबूरी है । दिल्ली जैसे बड़े शहर में हमारे सिवा उनका है कौन••? और वैसे भी वह डॉक्टर से दिखा कर वापस चले जाएंगे••! रवि बोला।    क्या डॉक्टर को दिखलाने … Read more

टूटे रिश्ते जुड़ने लगे – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

New Project 59

अजी बताइए ना, आपके कौन-कौन से कपड़े रखूं? सुधा जी अपने पति सोमेश जी से बोली। उनकी खुशी उनकी आवाज में झलक रही थी। कोई से भी रख लो, क्या फर्क पड़ता है। मैं तो तुम्हारा मन रखने के लिए वहाँ जा रहा हूँ। वर्ना ऐसा नहीं है कि मैंने पीयूष को माफ कर दिया … Read more

चिंगारी – भगवती : Moral Stories in Hindi

New Project 58

रधिया जिन घरों में झाड़ू पोंछा, बर्तन धोने का काम करती थी आज उन घरों में से किसी एक घर के राजा बेटे का जन्मदिन था तो तीन कामवालों का कार्य रधिया से करवा कर मालकिन ने उसे घर वापिस जाते हुए सूखी पूरियां, बिना पनीर की रसे वाली सब्जी, समोसे और गुलाब जामुन के … Read more

“रिश्ते तोड़ना आसान है जोड़ना मुश्किल” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 57

 तनु बेटा.. यह सब क्या है तू आए दिन अपने ससुराल से यहां चली आती है  छोटी-मोटी लड़ाई झगड़े तो हर घर में चलते हैं तेरे घर में तो लड़ाई झगड़ा भी नहीं होता फिर तू क्यों चली जाती है? पापा… आप नहीं जानते मेरे ससुराल वालों को… मुझे उनके संग रहना बिलकुल भी पसंद … Read more

“टूटते रिश्ते जुड़ने लगे” – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

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अपने किसी परिचित के शादी समारोह खत्म होने पर निधि वापस सहारनपुर से गाजियाबाद जा रही थी। थोड़ी देर बाद उसी बस में शिवम को चढ़ते देखकर निधि ठगी सी रह गई कहीं मैं सपना तो नहीं देख रही शिवम यहां कैसे ।एक बारगी उसका मन हुआ वह दौड़कर शिवम के पास चली जाए और … Read more

“घर वापसी ” – डॉ अनुपमा श्रीवास्तवा : Moral Stories in Hindi

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” पिताजी…..!” आपने छोटे चाचा को शादी में नहीं बुलाया! कहीं भूल तो नहीं गये! शादी के लिस्ट में सबका नाम है सिर्फ उन्हीं का नहीं है….? पिताजी की तीखी आवाज आई ….”.हाँ नहीं…. बुलाया….. और उसे भूला भी नहीं!”   “अब जाओ जो काम  दिया गया है संभालो समझ गये न! काम  बहुत पड़ा है … Read more

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