रिश्ते तो विपत्ति में सहारा बनते हैं – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

New Project 39

भाई ये तुमने ठीक नहीं किया हमने तो तुम पर भरोसा किया था,हर सुख-दुख में तुम्हारा साथ दिया था ।तुम बड़े भाई थे तुम्हारे हर बात पर विश्वास किया, तुम्हें पिता समान समझा और तुम्ही ने मेरे साथ इतना बड़ा धोखा किया। अरे कुछ ऊपर वाले से भी तो डरो।भाई भाई का रिश्ता तो भगवान … Read more

पैसों का मोह – अमिता कुचया : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 04 29T104818.633

रमेश और दीपक बचपन से गहरे दोस्त थे। दोनों पढाई करके कुछ बन न पाए। तो उन्होंने सोचा क्यों न साथ काम शुरू किया जाए। उन्होंने बहुत से बिजनेस के बारे मोबाइल में, कभी आपसी व्यवहार के लोगों से संपर्क के बाद सोचा क्यों न कपड़े का व्यापार शुरू किया जाए। इसमें डबल कमाई होती … Read more

भगवान का कोई बंटवारा नहीं कर सकता – बीना शर्मा : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 04 29T104436.080

“जो रिश्ता विपत्ति बांटने के लिए बनाया जाता है वह रिश्ता खुद संपत्ति बांटने के चक्कर में बट जाता है अपने गांव में हमने कई घरों में देखा है माता-पिता को अपने ही बच्चों के बीच में बटते हुए  इसलिए हमने भी सोच लिया है बेटा जैसा तुम कहोगे हम वैसा ही करेंगे अब बताओ … Read more

दुनिया का दस्तूर – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 42

   ” माँ- माँ..देखो ना..छोटे को बहुत चोट लगी है।” कहता हुआ बारह वर्ष का आशुतोष अपने छोटे भाई अंकित का हाथ पकड़कर दौड़े अपनी माँ सुनंदा के पास आया।वहीं पर बैठी सुनंदा की माँ आशुतोष के कान पकड़ने लगी तभी सुनंदा ने आकर अपनी माँ का हाथ रोक लिया,” नहीं माँ..आशुतोष को कुछ न बोलो।ज़रूर … Read more

“जो रिश्ता विपत्ति बांटने के लिए बनाया जाता है वह खुद संपत्ति बांटने के चक्कर में बंट जाता है ” – किरण फुलवारी : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 04 29T215107.227

ट्रेन में बैठी ख्याति के मन में कई सारे विचार चल रहे थे। रक्षाबंधन के एक दिन पहले ही वह अपने पीहर आई थी, बड़े भाई के बुलाने पर, भाई ने स्वयं फोन करके रक्षाबंधन पर बुलाया था। खुशी खुशी वह घर जाने के लिए रवाना हुई थी उसे क्या पता था कि रक्षाबंधन के … Read more

भूल _अपना समझने की । – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

New Project 86

विनोद जी ने बहुत दौलत कमाई पर एक मलाल रह गया उनके कोई बेटा नहीं थी एक के बाद एक तीन लड़कियां  हो गई । तीसरी बेटी के समय पत्नी को गर्भाशय मैं दिक्कत हो गई थी जैसे तैसे मां बेटी की जान बची डॉक्टर ने साफ कह दिया की अब मां बनी तो जान … Read more

असली संपत्ति – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral Stories in Hindi

New Project 66

भरा-पूरा परिवार…एक-दूसरे की परवाह  करने वाले लोग। थोड़े में ही खुश होने वाले… उपरवाले से डरनेवाले परिवार में भूचाल सा आ गया जब घर की बडी़ बहू ने अपने हिस्से की मांग की।     यह परिवार चार भाइयों और तीन बहनों का था। तीनों बहनों की शादी हो चुकी थी और वे अपनी घर-गृहस्थी में मस्त … Read more

जो रिश्ते विपत्ति बाँटने के लिए बनाया जाता है वह खुद संपत्ति बाँटने के चक्कर में बँट रहे थे – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

New Project 11

लावण्या अपने कमरे में सो रही थी कहने के बदले कह सकते हैं कि वह आँखें मूँदकर लेटी हुई थी । उसके तीनों बच्चे दूसरे कमरे में बैठकर बातें कर रहे थे उन्हें लगा कि माँ को कुछ सुनाई नहीं देगा इसलिए जोर ज़ोर से अपने विचार एक दूसरे के सामने रख रहे थे । … Read more

“जो रिश्ता विपत्ति बांटने के लिए बनाया जाता है वह खुद संपत्ति बांटने के चक्कर मे बंट जाता है।” – भगवती सक्सेना गौड़ : Moral Stories in Hindi

New Project 44

आज हरिद्वार से घूमकर एक माह बाद सिद्धेश्वर जी अपनी पत्नी के साथ घर आये। गेट पर ही नेमप्लेट लगी थी…चार्टर्ड एकाउंट रमेन्द्र गोयल। अचानक ये नए रूप में मेन दरवाजे पर देखकर कुछ चुभा। पर वह बोले नही कुछ, अभी तक बाबूजी के देहांत के बाद यह बड़ा सा दुमंजिला घर बाबूजी के ही … Read more

एक बेटे का क्या देखा ? – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

New Project 72

अम्मा, आज तो सुबह से ही बहू का जी ठीक नहीं….. क्या पता , रात को ही अस्पताल ना जाना पड़ जाए …. आप क्या कह रही थी कि अस्पताल जाने से पहले क्या करना है? मैं कह रही थी कि एक साड़ी और कुछ रुपये गरिमा के हाथ से कुलदेवी का नाम लेकर मंदिर … Read more

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