आईना – ममता भारद्वाज : Moral Stories in Hindi

New Project 95

दरवाज़े पर घंटी की आवाज़ सुनकर सीमा ने दरवाजा खोला तो देखा कि उसकी घरेलू सहायिका शांति खड़ी थी। सीमा ने उसे प्रश्नवाचक निगाहों से देखा तो शांति ने स्वम् ही कहना शुरू कर दिया कि दीदी! आज हमारे विवाह की सालगिरह है ,इसलिए मैं आज जल्दी काम करके चली जाऊँगी।वह बहुत प्रसन्न दिखाई दे … Read more

छोट छोटी बातों में खुशियों को तलाश करना सीखो – माधुरी गुप्ता   : Moral Stories in Hindi

New Project 78

खुशियों का न तो कोई तय शुदा पैमाना होता है और न खुशियों की कोई एक्सपायरी डेट होती है। परंतु ये हमारा बावरा मन कभी कभी पूरी उम्र खुशियों की तलाश में भटकता रहता है और खुशियां हमारे आसपास ही टहलती रहती हैं।बस हम लोग किसी बड़ी खुशी की आस में छोटी छोटी खुशियों को … Read more

error: Content is Copyright protected !!