किस्मत – भगवती सक्सेना गौड़ : Moral Stories in Hindi

New Project 100

बीसवीं सदी में जन्मी रवीना, अब उन्मुक्त जीवन जी रही थी। जीवन मे किसी वस्तु की कमी नहीं थी। पर कुछ है, जो कभी कभी दिल मे चुभ जाता है। आज जो स्वतंत्रता लड़कियों को मिल रही है, वह रवीना के बचपन या कॉलेज लाइफ में उसको नही मिल सकी। घर मे एक बंधन रहता … Read more

ससुराल गेंदा फूल – श्वेता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 99

जैसे ही बेटी पाखी विदा हुई उसकी माँ कंचन अपनी सासू माँ के गले लग बिलख पड़ी। “माँ मुझे पाखी की बहुत फिक्र हो रही है।” “कंचन बेटा फिक्र करने की कोई बात नहीं है पाखी अपने ससुराल में बहुत खुश रहेगी।” “कैसी रहेगी? आपने देखा नहीं जब फेरों के वक्त हड़बड़ाहट के मारे पाखी … Read more

क्यों ना करूं अपनी किस्मत पर नाज – बिंदेश्वरी त्यागी : Moral Stories in Hindi

New Project 97

कहां मर गई सीमा सौतेली मां ने कर्कश आवाज में कहांl यह बर्तन पड़े हुए हैं उन्हें कौन साफ करेगाl अपने हाथ में ली हुई किताब तकिए के नीचे छुपा कर सीमा चुपचाप जाकर बर्तन साफ करने लगी l बर्तन साफ करके हाथ सुखा रही थी कि उसकी मां विमला देवी ने फिर से आवाज … Read more

क्यों ना करूं अपनी किस्मत पर नाज – उषा विजय शीशीर खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 95

आज स्मिता बड़ी खुश थी और हो भी क्यों ना आज वह सी ए जो बन गई थी कुर्सी पर बैठी बैठी अचानक 20 वर्ष पूर्व चली गई वह सोचने लगी  वह 4 वर्ष की थी, पापा बाजार घूमा कर जब लाऐ, क्या देखते हैं घर के सामने भिड लगी हुई है अचानक पापा उसे … Read more

मन की खुशी – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

New Project 94

 ‘माँ !वह राधा इतनी खुश कैसे रह सकती है? दिन भर खेतों में मजदूरी करती है। सुबह विद्यालय में पढ़ने जाती है, वहाँ भी हमेशा प्रसन्नचित्त, उत्साह से भरी दिखती है। उसके चेहरे पर उदासी का लेशमात्र भी दिखाई देता है। विद्यालय में सब उससे बहुत खुश रहते हैं। जिसे देखो उसकी तारीफ ही करता … Read more

तेरी जैसी क़िस्मत कहाँ किसी की – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

New Project 78

“ चलो उठो ये लो चाय पी लो ।” साइड टेबल पर चाय रखते  हुए रोहित ने अंकिता को प्यार से कहा और माथे पर चुंबन अंकित कर दिया  अंकिता मुस्कुराते हुए पति को देखी और सँभल कर उठ कर बैठ गई। “ क्या बात है आज पतिदेव बहुत मेहरबान हो रहे है … ये … Read more

शहीद बेटे की मां – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

New Project 97

जैसे ही तेजाराम का  पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुँचा तो पूरा  गांव उमड़  पड़ा अपने लाडले  बेटे के अन्तिम दर्शन करने हेतु ।मां तो जैसे पत्थर  की मूर्ति बन गई। न रोना न कोई प्रतिक्रिया देना  जैसे बैठी थी बैठी रह गई  । पत्नी देखते ही  चीख मार कर बेहोश हो गई। अभी उन्होंने साथ … Read more

“खूबसूरती रिश्तों की” – कविता भड़ाना : Moral Stories in Hindi

New Project 99

“खुशी जल्दी उठो बेटा दामाद जी का फोन है”…  “क्या मम्मी अमित यहां भी चैन से नहीं रहने दे रहे, अभी कल ही तो आई हूं, ऐसी भी क्या आफत आ गई जो सुबह सुबह फोन कर रहे है”… खुशी ने गुस्से से बड़बड़ाते हुए फोन ले लिया… थोड़ी देर अमित से बात करके खुशी … Read more

क्यूं ना करूं अपनी किस्मत पर नाज़ – प्रतिभा भारद्वाज ‘प्रभा’ : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 04 29T104436.080

“मैया, ये देखो आज हमने कितनी सुंदर पोशाक बनाई हैं….” राधिका और माला ने यशोदा जी से कहा “अरे वाह! मेरी बच्चियों बहुत सुंदर….”  “और आज के लिए ये फूलमालाएं भी तैयार हो गईं है….” इतने में अराध्या और ललिता भी कहती हुई आईं। और फिर सब गाती बजाती मंदिर अपने कान्हा के दर्शन करने … Read more

क्यों न करूं अपनी किस्मत पर नाज़ – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 04 29T104516.742

कावेरी ने तीसरी बार बेटी को जन्म दिया है। अस्पताल में नर्स ने लेबर रूम से बाहर आकर बताया घर वालों को कि बेटी हुई है लेकिन, लेकिन क्या सिस्टर , बेटी विकलांग है एक हाथ कोहनी के नीचे से नहीं है।उसका एक हाथ आधा है ।सबके चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगीं। सभी एक दूसरे … Read more

error: Content is Copyright protected !!