कंलक लग जाता – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

New Project 66

राजन खोसला को स्टेज़ पर देख कर दीक्षा कहीं खो सी गई थी।वो अपने जीवन के 10 साल पहले के बीते समय में खो गई थी। तभी कानों में उसके आवाज आई दीक्षा भार्गव प्लीज़ स्टेज पर आएं । आपने ,(छोटी बच्चियों पर गलत निगाह रखने वाले पर क्या कार्रवाई हो )इस विषय पर प्रतियोगिता … Read more

कलंक – अनिल कुमार : Moral Stories in Hindi

New Project 94

” बापु वह कौन हैं..?” ” वह तो माँ हैं बिटीया, देवी माँ।” ” किसकी माँ बापु.?” “हम सबकी माँ मेरी बच्ची।” “क्या वह खाना बनाती हैं..?” अपनी छह साल की बेटी, चकोर की बातें सुनकर हरिया मुस्कुराया।  “नहीं बेटा, यह माँ खाना तो नहीं बनाती पर खाना बनाने के लिए जो अनाज आवश्यक होता … Read more

मूंगा की लाली – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral Stories in Hindi

New Project 34

आकाश में चांद रजत थाल के समान लटका हुआ है…उज्जवल धवल चांदनी चहुंओर फैली हुई है…मूंगा के आंखों में सुनापन…नींद कोसों दूर…     भविष्य का पता नहीं….बेमुरव्वत वर्तमान… और अतीत में उलझा बावडा़ मन…  बाल-विधवा …मूंगा.. न नैहर में कोई न ससुराल में…आगे नाथ न पीछे पगहा…    दुसरों का सेवा-टहल कर उसने अपनी आधी उम्र व्यतीत … Read more

कलंक –  रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

New Project 69

अभी नर्मदा जी को दो-तीन दिन आईसीयू में ही रखना पड़ेगा… उसके बाद ही उनकी हालत के बारे में अच्छे से बता सकते हैं… उन्हें दिल का दौरा पड़ा है… डॉक्टर ने रोहित और आंचल से कहा… डॉक्टर यह सब कह ही रहे होते हैं तभी रोहित की बहन राधिका दौड़ती हुई वहां आई और … Read more

मंजिल मुझे पाना है –  कमलेश आहूजा : Moral Stories in Hindi

New Project 69

रमा अपनी इकलौती बेटी परी को लेकर हमेशा परेशान रहती थी।कारण ये था,कि रमा के पति सुरेश परी को अपनी तरह एम बीए करावाना चाहते थे पर परी का मन ड्राइंग बनाने में लगता था।वैसे उसने ग्रेजुएट कम्पलीट कर लिया था।सुरेश रोज परी को ताना मारते रहते थे-“तुम्हारे साथ की कई लड़कियाँ डॉक्टर बन गईं,तो … Read more

बेटियाँ कलंक नहीं होतीं –  विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 83

  ” चल हट….बड़ी आई पढ़ाई करने वाली…जा..चौके में जाकर अपनी माँ से खाना पकाना सीख…वही तेरे काम आयेगा..।” दुत्कारते हुए विमला ने सात साल की सुकृति के हाथ से काॅपी छीन लिया तो वह रुआँसी होकर अपनी माँ माधुरी के पास चली गई।          विमला जब इस घर में प्रमोद की पत्नी बनकर आई थीं तब … Read more

चांद पर दाग  – गीता वाधवानी   : Moral Stories in Hindi

New Project 59

अपनी बेटी साक्षी को विवाह के उपरांत विदा करके रवि अंदर आकर रोने लगा।  उसकी मां जानकी ने कुर्सी पर बैठते हुए  रवि को अपने पास बिठाया और समझाने लगीं -” पगले, आजकल तो लड़कियां भी विदाई के समय रोती नहीं है और तू और तेरी साक्षी कितना रो रहे थे और तू तो अभी … Read more

कलंक – के कामेश्वरी   : Moral Stories in Hindi

New Project 41

नमन का फोन आया है कि माँ गुजर गई है । मनन ने बात सुनकर बिना कुछ कहे फोन रख दिया । कार ड्राइव करते हुए ही पिहू ने पूछा कि किसका फ़ोन था । नमन का फोन है । कह रहा था कि माँ चल बसी है एक बार अंतिम संस्कार के लिए आ … Read more

मै किसी पर कलंक नहीं लगा सकती। – अर्चना खंडेलवाल   : Moral Stories in Hindi

New Project 43

गीता जी आंगन में बैठकर सब्जियां साफ कर रही थी, तभी उनकी नजर अपने पैरों पर पड़ी तो देखा उनके एक पैर में पायल नहीं है, उनके होश उड़ गये, अभी परसों ही वो मायके से वापस आई थी, भतीजे की शादी थी तो लॉकर से ये मोटी, घुंघरू वाली खानदानी चांदी की पायल निकाली … Read more

झुलौना बाबा – रश्मि झा मिश्रा .   : Moral Stories in Hindi

New Project 44

सब इंस्पेक्टर से रिटायर्ड हुए थे… रुद्र के झुलौना बाबा… इतना मस्त आकर्षक व्यक्तित्व… गठा हुआ शरीर… अभी भी लगता की चालीस पैंतालीस साल के ही हैं… पर उम्र का क्या… अब रिटायर हुए 7 साल हो चुके थे… रूद्र जब भी अपनी नानी के घर आता… दूर से ही बाबा को देखकर खुशी से … Read more

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