मैं स्वयं को बदल लूंगी – डॉ कंचन शुक्ला : Moral Stories in Hindi

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बारिश कल रात से बंद होने का नाम नहीं ले रही थी भावना ने घर के कामों को खत्म किया और आफिस का काम करने बैठी पर यह क्या बारिश के कारण नेटवर्क ही नहीं मिल रहा था भावना के चेहरे पर झल्लाहट साफ़ दिखाई दे रही थी। क्योंकि, भावना को अपने आफिस का काम … Read more

औलाद के मोह के कारण वह सब कुछ सह गई। – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

New Project 65 1

औलाद के मोह के कारण वह सब सह गई। पति के बिना बेटे और बेटी को पालना कोई इतना आसान थोड़े ही था। पति और सास की मृत्यु के बाद गांव में रहने खाने का कोई भी तो ठिकाना नहीं था। गायत्री अपने दोनों बच्चों को लेकर मायके आ गई। मायके में माता-पिता और भाई … Read more

औलाद के मोह के कारण वो सब सह गई – अर्चना झा : Moral Stories in Hindi

New Project 68

मेरा चेहरा उतरा हुआ देखकर अरुणा ने तपाक से पूछा, अब क्या हुआ,अब तो सारी व्यवस्था अच्छे से हो गई, मंच सज गया, कुर्सियां लग गई, नाश्ते,खाने की व्यवस्था भी हो गई आगंतुकों के लिए,ऐसे मुंह क्यों लटकाया हुआ है, मैंने कहा यार ये एंकर बड़ी खड़ूस लगी मुझे, अजीब तरीके से बात करती है, … Read more

बेटे की माँ बनना ही काफ़ी नहीं है… – रश्मि प्रकाश  : Moral Stories in Hindi

New Project 98

“ये क्या बेटा  बाहर से आए हो कपड़े तो बदल लो… आते ही आराम कुर्सी पर आराम फ़रमाने लगे… देखरही हूँ दिन प्रतिदिन तुम बिगड़ते जा रहे हो।” ग़ुस्से में नयना अपने बेटे आदि के कपड़े बदलने की जुगत करती बोली  तभी उसने देखा देवरानी अदिति की बेटी इरा खुद ही कपड़े बदल कर अपनी … Read more

औलाद के मोह के कारण वह सब सह गई थी – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

New Project 98

पार्वती पति की मृत्यु के बाद बेटे विराट के साथ रहने लगी । बहू मानिनी भी नौकरी करती थी । उनके दोनों बच्चों को पार्वती ही घर में रहकर देख लेती थीं । उस दिन वह कमरे में अकेली बैठी हुई थी कि तभी अचानक से उसे किसी की फुसफुसाहट सुनाई पड़ी । वह धीरे … Read more

स्त्रियां कहां बुद्ध हो पाती हैं!! – ऋतु यादव : Moral Stories in Hindi

New Project 99

सीमा जी  शाम को टहलने पार्क निकली तो देखा सोसाइटी की सभी महिलाएं झुंड बनाकर चर्चा में व्यस्त थी। सीमा जी 3 महीने बाद बेटी के पास से अमेरिका रहकर लौटी थी। पहुंचते ही उन्हीं के ब्लॉक की सत्यवती बोली, “और बताइए कैसा रहा बेटी के यहां का विदेश भ्रमण?” वे कुछ कह पाती उससे … Read more

पुत्र मोह – कुमुद मोहन : Moral Stories in Hindi

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ब्याह के दस साल बाद भी राजन और  उमा संतान सुख से वंचित रहे! संतान प्राप्ति के लिए उन्होंने हर मंदिर में दिये जलाऐ,हर चौखट पर माथा टेका,हर मजार ,दरगाह पर चादर चढ़ाई,हर गुरूद्वारे पर अरदास लगाई! जाने कितने व्रत अनुष्ठान कराऐ! आखिरकार भगवान ने उन की सुन ली! उनके घर विनय के रूप में … Read more

क्योकि मैं अब माँ हूँ – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

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“मम्मा मै कपड़े कहां बदलूं ?” बुआ के यहां शादी में आईं बारह साल की श्रीति अपनी मम्मी स्नेहा से पूछती है। ” बेटा यहां सब औरतें ही तो हैं और सब यहीं बदल रहे तुम भी यहीं बदल लो ना अब कोई और कमरा नहीं है यहां शादी का घर है बेटा समझो बात … Read more

वो मां है, कुछ भी कर सकती है – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 46

शिल्पा! अम्मा ने खाना खाया? शिल्पा! अम्मा ने दवा ली,सो गई क्या वो? राहुल की रात दिन ये सब बातें सुनकर शिल्पा के कान पकने लगे थे, वो तो सास को संग लाकर रखना भी नहीं चाहती थी अपने घर लेकिन राहुल ने जब पिछले हफ्ते अपने बड़े भाई भाभी से कहा कि अम्मा को … Read more

औलाद के मोह में वे सब कुछ सह गई – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral Stories in Hindi

New Project 50

    बेटे बहू के  आफिस से आने का समय हो रहा था… साथ ही संध्या दीया बाती की भी। बढ़ती उम्र की परेशानियां अपने जगह पर थी।     पति भी संध्या भ्रमण से वापस आ गए होंगे। शाम में वे पार्क के बाहर वाले झोंपरपट्टी वाले चाय दूकान से अक्सर चाय पीकर आ जाते हैं कभी-कभी एकाध … Read more

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